ऋषिकेश, Hamarichoupal,14,2022
सरकारी अस्पताल में उपचार के दौरान सात माह की बच्ची की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में देरी और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। इस मामले में ऋषिकेश कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज करा दी है। बच्ची की मौत से परिजनों में आक्रोश है। सरकारी अस्पताल में रोती बिलखती सीमा पत्नी राजू निवासी चंद्रेश्वरनगर ने बताया कि बीते मंगलवार की शाम उनकी सात माह की पुत्री को उल्टी और बुखार की शिकायत होने पर उसे लेकर सरकारी अस्पताल ऋषिकेश की इमरजेंसी में पहुंची। आरोप है कि इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर ने जांच के बगैर ही पीने की दवा थमा दी। कहा कि सुबह ओपीडी में आकर बच्चों के डॉक्टर को दिखा देना। बकौल सीमा आधी रात को बच्ची की तबीयत फिर बिगड़ गई। बुधवार सुबह करीब 7 बजे सरकारी अस्पताल पहुंचे। उस समय ओपीडी नहीं खुली थी। इमरजेंसी में गए तो वहां जवाब मिला कि आठ बजे तक बच्चों के डॉक्टर आ जाएंगे, उन्हें दिखाना थोड़ा इंतजार करो। बताया कि सुबह करीब 8:15 बजे बच्चों के डॉक्टर आए बच्ची की हालत देखकर उसे इमरजेंसी लेकर आए। लेकिन उपचार के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया। बच्ची की मौत से परिजनों में आक्रोश है। उन्होंने इलाज में देरी और लापरवाही का आरोप लगाते हुए ऋषिकेश कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज करायी है। कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि तहरीर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।