13,05,2022, Hamarichoupal
(विकास गर्ग देहरादून।
सूत्रों के अनुसार झाझरा रेंजर विनोद चौहान को अवैध खनन कराने व अपनी चौकीदारों पर फायर करने में आता है मजा आपको बता दें कुछ दिन पहले दो चौकीदारों ने रेंजर विनोद चौहान पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उन पर हवाई फायर कर कर उन्हें प्लांटेशन से बाहर निकाला और उनकी सेवा समाप्त करने के बाद उन्होंने अपने नियर संबंधी लोगों को प्लांटेशन में अस्थाई नियुक्ति प्रदान की है हालांकि यह जांच का विषय है फिर भी हम प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से यह आशा करते हैं कि वह इस विषय को गंभीरता से लेते हुए इस पर जांच कराएं रेंजर विनोद चौहान पर पहले भी कई गंभीर आरोप लगे हैं उत्तराखंड में वैसे तो वन विभाग क्षेत्रों में आए दिन कोई ना कोई जानवर किसी ना किसी क्षेत्रीय व्यक्ति को अपना शिकार बना लेता है, आए दिन पहाड़ी क्षेत्रों से भी इस तरह की खबरें सुनने को मिलती है कहीं गुलदार ने हमला कर दिया तो कहीं भालू ने हमला कर दिया कहीं हाथी ने हमला कर दिया।
घायल व्यक्ति
इस तरह के समाचार प्राप्त होना आम बात है लेकिन देहरादून के झाझरा क्षेत्र मैं इन दिनों क्षेत्रीय निवासी जंगली सूअर से परेशान हैं जंगली सूअर फसलें तो नष्ट कर ही रहे हैं वही आने जाने वाले लोगों को भी घायल कर रहे हैं जिसके कारण क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है लेकिन विडंबना यह है कि क्षेत्रीय लोग जब भी वन विभाग के अधिकारियो को इसकी शिकायत करते हैं तो क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि वह कार्यवाही नहीं करते हैं।
ग्राम प्रधान का पत्र
जिसके चलते क्षेत्र में दिन प्रति दिन घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। गत 11 मई को भी इसी तरह का एक हादसा झाझरा वन क्षेत्र के अटक फार्म हाउस क्षेत्र में जगली सूअर ने एक स्थानीय ग्राम खेरी के एक व्यक्ति लोकेश को गंभीर रूप से घायल कर दिया इस संबंध में ग्राम प्रधान ने भी वन प्रभागीय अधिकारी को अपने लेटर पैड पर पत्र लिखा लेकिन पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
इस संबंध में वन विभाग के डीएफओ नितेश त्रिपाठी से फोन पर वार्ता की गई उनको सारा घटनाक्रम बताया गया उनके द्वारा बताए गए कि उनको इस बारे में जानकारी नहीं थी और नहीं इस तरह का कोई पत्र प्राप्त नही हुआ है लेकिन आपके द्वारा जो सूचना दी गई है उस पर तुरंत कार्रवाई करवाएंगे और जो भी संभव हो सकेगा हम ग्रामीणों की मदद करेंगे और हम भी कोशिश करते हैं कि वन्य जीवों से किसी भी ग्रामीण को कोई हानि ना हो।