विकासनगर,30,03,2022,Hamari Choupal
केंद्र सरकार की नीतियों और निजीकरण के विरोध समेत विभिन्न मांगों को लेकर दो दिन चली बैंकों की हड़ताल का असर बुधवार को भी दिखा। हड़ताल के बाद बैंक खुलते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से शाम तक बैंकों में ग्राहकों की लंबी कतार लगी रही।
निजीकरण के विरोध समेत अन्य मांगों को लेकर राष्ट्रीयकृत बैंकों में कर्मचारियों की दो दिन की हड़ताल रही। हड़ताल के चलते कर्मचारियों ने काम नहीं किया जिसके चलते बैंकों में कामकाज ठप रहा। बैंक से कैश नहीं मिल पाया जबकि चेक क्लीयरेंस का काम भी बंद रहा। हड़ताल के दो दिन बाद बुधवार को बैंक खुले जिस पर पछुवादून के बैंकों में लोगों की भीड़ दिखाई दी। बुधवार सुबह बैंक खुलने से करीब एक घंटे पहले ही लोग पहुंचने लग गए थे।
बैंक में जरूरी काम निपटाने के लिए अपना नंबर पहले आ जाने की उत्सुकता और उम्मीद के साथ लोगों ने सुबह बैंक खुलने से पहले ही अपनी आमद दर्ज करा दी। इसके साथ ही बैंकों में क्लोजिंग होने के चलते सरकारी विभागों के कर्मचारी भी अपने विभागों के खातों से संबंधित कार्यों को संपन्न कराने, वर्तमान वित्तीय वर्ष के लेन देन संबंधी कामों को निपटाने के लिए बड़ी संख्या में बैंकों में पहुंचे। इसके चलते बुधवार को बैंकों में क्लीयरेंस का काफी जोर रहा। पंजाब नेशनल बैंक ऑफीसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कांतिराम नौटियाल ने बताया कि करीब पचास लाख से ज्यादा के अटके चेक हड़ताल खुलने के बाद क्लीयर हुए। बैंक प्रबंधकों ने हड़ताल के बाद कामकाज सुचारु हो जाने का दावा किया, हालांकि काम का दबाव ज्यादा बढ़ जाने और क्लोजिंग का दबाव होने की वजह से कई ग्राहकों को अपना काम पूरा कराए बिना ही बैंक से वापस लौटना भी पड़ गया।