28,03,2022,Hamari Choupal
शरीर की पाचन क्रिया के सुचारू रूप से काम न करने की वजह से कब्ज जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है, जो पेट और आंत से जुड़ी कई परेशानियों को जन्म दे सकती हैं। इसके अतिरिक्त, कब्ज की समस्या के कारण शरीर में भी भारीपन महसूस होने लगता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं, जो कब्ज की समस्या से जल्द राहत दिलाने में काफी मदद कर सकते हैं।
अगर कब्ज वाले लोग सुबह एक गिलास पानी पीने के बाद टहलते या फिर सूर्य नमस्कार जैसे योगासन का अभ्यास करते हैं तो इससे भी उनको फायदा होगा। इसके अतिरिक्त, कब्ज से राहत पाने के लिए ईसबघोल पाउडर को पानी या दही में मिलाकर खा सकते हैं।
रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
निर्जलीकरण की वजह से व्यक्ति को कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, जब कोई व्यक्ति निर्जलित हो जाता है, तो शरीर पेट सहित पूरे शरीर से पानी खींचना शुरू कर देता है, जिसके कारण कब्ज की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए रोजाना कम से कम छह से आठ गिलास पानी जरूर पिएं क्योंकि इससे शरीर हाइड्रेट रहेगा और हाइड्रेट रहने से मल नरम रहता है, जिससे मल त्यागने में कोई परेशानी नहीं होती।
डाइट में शामिल करें फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ
कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए डाइट में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना भी लाभदायक हो सकता है। इसके लिए अधिक से अधिक हरी सब्जियां, ताजे और मौसमी फल और साबुत अनाज आदि का सेवन किया जा सकता है। इस प्रकार के भोजन को करने से पाचन क्रिया स्वस्थ रहती है और अगर पाचन क्रिया सही रहेगी तो कब्ज जैसी पाचन संबंधित समस्याएं नहीं होगी।
तेल मालिश आएगी काम
आप चाहें तो कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए मालिश भी कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले बेड या फिर जमीन पर पीठ के बल लेंटे, फिर अपनी हथेलियों पर थोड़ा सा तेल लेकर पेट की क्लॉक वाइज मालिश करें। ध्यान रखें कि मालिश हल्के हाथों से करनी है। कब्ज होने पर दिन में दो बार इस उपाय को अपनाएं और मालिश के बाद गर्म पानी या हर्बल टी पिएं।
एक्सरसाइज और योगासनों का अभ्यास करें
कुछ एक्सरसाइज और योगासनों का अभ्यास भी कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। एक्सरसाइज की बात करें तो रिलेक्सिंग टेक्निक, स्ट्रैचिंग एक्सरसाइज और स्ट्रेटनिंग पेल्विक फ्लोर मसल एक्सरसाइज को अपने रूटीन में शामिल करना फायदेमंद है। वहीं, योगासनों के तौर पर सूर्य नमस्कार, उत्तानपादासन, मंडूकासन, मत्स्यासन, सुप्त वज्रासन, चक्रासन, धनुरासन, मकरासन, नौकासन और मत्स्य क्रीड़ासन आदि का अभ्यास करने से यह समस्या दूर हो सकती है।