आज के जमाने से वेट लॉस सबसे पॉपुलर शब्द बन गया है. फिट रहने और बैली फैट से छुटकारा पाने के लिए लोग अक्सर वेट लॉस के नए नए तरीके खोजते रहते हैं. तरह तरह की डाइट, जिमिंग और एक्सरसाइज के जरिए लोग तेजी से वजन कम करके स्लिम दिखना चाहते हैं. हालांकि वजन कम करना अच्छी बात है लेकिन तेजी से वजन करना आपकी सेहत के लिए ही नुकसानदेय साबित हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि हर कोई चाहता है कि चंद दिनों में ही वजन कम हो जाए, बाजार में भी तेजी से वजन कम करने के दावे करने वाले बहुत सारे प्रोडक्ट हैं. लेकिन ये फायदे की बजाय नुकसान भी पहुंचा सकते हैं. चलिए जानते हैं कि तेजी से वजन कम करने पर आपकी हेल्थ पर क्या असर हो सकता है और साथ ही ये भी जानिए कि वजन कम करने का सही फार्मूला क्या है.
तेजी से वजन कम करने के होते हैं ये नुकसान
तेजी से वजन कम करने की जद्दोजहद में लोग खाना पीना तक छोड़ देते हैं. जब लोग तेजी से वजन कम करने का कोशिश करते हैं तो पोषण की कमी के चलते शरीर में पानी की कमी बहुत तेजी से होती है. पानी की कमी ज्यादा होने पर मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है और आप जल्द ही बीमार पड़ सकते हैं. इसके अलावा तेजी से वजन कम करने पर मेटाबॉलिज्म पर भी बुरा असर पड़ता है. दरअसल रोज भोजन करने और पचाने की दर का मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ता है. अगर तेजी से वजन कम करने के चक्कर में आप कम कैलोरी वाला खाना खाएंगे तो मेटाबॉलिज्म कमजोर हो जाएगा और आपके हार्मोन्स पर भी बुरा असर पड़ेगा. तेजी से वजन कम करने का तीसरा बुरा असर पथरी के रूप में होता है. इससे पित्ताशय में पथरी होने का खतरा बढ़ सकता है.
वजन कम करने का क्या है सही तरीका
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि तेजी से वजन कम करने की बजाय एक सही गति या फिर धीमी गति से वजन कम करना शरीर के लिए फायदेमंद साबित होता है. एक हफ्ते में 400 ग्राम से एक किलो वजन घटाना काफी होता है. यानी आपकी डाइट, एक्सरसाइज और वेट लॉस के अन्य प्रयास इस तरह होने चाहिए कि एक सप्ताह में आप 400 ग्राम से एक किलो वजन घटा सकें. इससे ज्यादा वजन घटाने की कोशिशें आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है.
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