ऑफिस में लगातार आठ से 10 घंटे तक लगातार बैठकर काम करने से आपकी सेहत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। लोग घंटों कंप्यूटर के सामने बैठकर बगैर ब्रेक के काम कर रहे हैं। इस कारण वो सिर से लेकर पैरों तक कई बीमारियों से ग्रस्त हो सकते हैं। आज हम आपको लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहने से स्वास्थ्य को होने वाले पांच नुकसान के बारे में बताते हैं।
हृदय की समस्याएं
विशेषज्ञों के अनुसार, जो लोग लंबे समय तक बैठे रहते हैं उनमें दिल का दौरा पडऩे या स्ट्रोक से पीडि़त होने का लगभग 147 प्रतिशत जोखिम अधिक होता है। लॉफबोरो विश्वविद्यालय और लीसेस्टर विश्वविद्यालय द्वारा 2011 में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि जो लोग लंबे समय तक बैठकर काम करते रहते हैं, उनमें हृदय रोगों से मृत्यु में 90 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इसके अलावा ब्लड प्रेशर की समस्या और कोलेस्ट्रॉल का खतरा भी बढ़ता है।
इम्यून सिस्टम पर पड़ता है असर
लंबे समय तक बैठकर काम करने से आपका इम्यून सिस्टम भी ठीक तरह से काम नहीं कर पाता है। ऐसे में अगर आप एक्सरसाइज नहीं करेंगे तो इम्यून सिस्टम सही तरीके से काम करना बंद कर देता है। एक्सरसाइज शरीर की कोशिकाओं को मजबूती देकर इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाती है। इसलिए लंबे समय तक बैठकर जॉब करने वाले लोगों को एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है।
वजन बढऩा
जब आप चलते-फिरते रहते हैं तो आपकी मांसपेशियां लिपोप्रोटीन लाइपेस जैसे अणु छोड़ती हैं, जो आपके शरीर में मौजूद फैट, कैलोरी और शुगर को संशोधित करने में सहायता करती हैं। लेकिन जब आप केवल बैठे रहते हैं, तो ये अणु शरीर के अंदर ही रह जाते है, जिससे वजन बढ़ता है। इसलिए जो लोग अधिक समय तक बैठकर काम करते रहते हैं, उनका वजन भी ज्यादा होता है।
गर्दन, पीठ और कंधे में दर्द या जकडऩ
गर्दन, पीठ, कंधे और घुटनों समेत शरीर के कई अंगों में जकडऩ और असहनीय दर्द होने लगता है क्योंकि आप लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं। ऐसे में आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है। लगातार बैठने से आपकी पीठ पर भी भारी दबाव पड़ता है, खासकर तब जब आप दिन भर खराब मुद्रा में बैठे रहते हैं। अगर आप इस पर ध्यान नहीं देंगे तो पोस्टुरल सिंड्रोम का खतरा बढ़ सकता है।
दिमाग पर असर
लोगों को लगता है कि लंबे समय तक बैठकर काम करने से सिर्फ शरीर पर ही असर पड़ता है, लेकिन ऐसा नहीं है।
स्टडी के मुताबिक, लंबे समय तक बैठे रहने से दिमाग में नई मेमोरीज बनाने वाले पार्टिकल्स पर बुरा असर पड़ता है। इससे आपकी याद्दाश्त भी कमजोर होती है। इसके अलावा हृदय रोग, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल की भी समस्या होती है, जो आपके दिमाग की समस्या में असर डालते हैं।