विकासनगर
(हमारी चौपाल/आरएनएस),05,11,2023
यदि कभी देहरादून में अवैध कब्जो की फेहरिस्त बनी तो उसमें विकासनगर तहसील का नाम सबसे ऊपर होगा। यहां लगातार प्रशासन की नाक के नीचे अवैध कब्जे हो रहे हैं और सरकारी नुमाइंदे आंखें बन्द कर बैठे हैं। ऐसा नहीं है कि इनकी संज्ञान में नहीं है लेकिन जब लक्ष्मी की चमक सामने होती है तो कुछ भी नहीं दिखता है।
ताजा मामला विकासनगर तहसील के शीशमबाड़ा के समीप गजेंद्र विहार डब्लू एचओ कॉलोनी के पीछे टौंस नदी से लगी जमीन का है। यहां एक शख्स ने एक एसडीएम के नाम पर दिनदहाड़े अवैध कब्जा कर लिया। कब्जा भी ऐसा वैसा नहीं पूरे तीन से चार बीघे में बाकायदा अवैध रूप से चाहरदीवारी करके। यहां यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कुछ लोगों ने यहां नदी की जमीन पर कब्जा कर दुकानें बना डाली थी।
इस मामले को लेकर एसडीएम विकासनगर को सूचित करने के बाद भी उनके द्वारा कोई भी ठोस कदम अभी तक नहीं उठाया गया । सूत्रों की मानें तो यहां दो व्यक्तियों द्वारा खुलेआम अवैध कब्जों का खेल खेला जा रहा है यदिं कही कोई इनके खिलाफ बोलता है तो ये एक एसडीएम का नाम लेकर बच जाते हैं। बताया जा रहा है ये पहले जमीनों के फर्जी कागज तैयार करते हैं और उसके बाद इन कागजों को हथियार बनाकर कीमती जमीनों पर कब्जा करते हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि ये पिछले कुछ सालों में करोड़ों की जमीनों पर कब्जा कर उनको बेच चुके हैं। ये लोग पिछले लम्बे समय से इस अवैध धंधे में लगे हुए हैं और इस कमाई के बल पर इन्होंने अपनी काफी ऊंची पहुंच बना ली है।
राजनैतिक संबंधों से लेकर शासन प्रशासन को ये अपनी मुठ्ठी में रखते हैं। कहा जा रहा है कि यहां एक के बाद कई जमीनों पर इनको कब्जा है और इन जमीनों को ये लगातार खुर्द बुर्द करने में लगे हैं।
ऐसे में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण हो या राजस्व विभाग के अधिकारी सभी चुपचाप बैठे हुए हैं। किसी को भी इस बात की परवाह नहीं है कि किस तरह से सरकारी जमीनों को खुर्द बुर्द किया जा रहा है।