(RNS) न्यूज़ सर्विस,देहरादून,12,10,2022
उत्तराखण्ड को पर्यटन प्रदेश का नाम तो दे दिया लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है यहां पर्यटन के नाम पर क्या क्या गेम हो रहा है। पर्यटकों को सुविधायें देने के नाम पर सरकार की आंखों में धूल झोंक कर अनैतिक धंधे और गैर कानूनी काम करना यहां आम बात हो गयी है। ऐसे में जहां एक ओर राज्य की बदनामी हो रही है वहीं दूसरी ओर आम आदमी का भी जीना मुहाल हो रखा है।
देश-विदेश के पर्यटकों की जबरदस्त आमद के बीच ऋषिकेश के आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर जंगल कैंप और रिजॉर्ट खुल गए हैं। यहां बिना लाइसेंस पर्यटकों को शराब परोसी जाती है। कई जंगल कैंप और रिजॉर्ट में स्पा सेंटर और मसाज पार्लर की सुविधा की आड़ में जिस्मफरोशी का धंधा भी फलफूल रहा है। पर्यटक नशे में चूर होकर रात भर डीजे की तेज आवाज पर मौज मस्ती करते हैं। वहीं स्थानीय लोगों की शिकायत के बावजूद पुलिस और स्थानीय प्रशासन कोई कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
अंकिता हत्याकांड से पुलिस ने अब तक सबक नहीं लिया है। टिहरी और पौड़ी गढ़वाल के ऋषिकेश से सटे क्षेत्र बड़ी तेजी के पर्यटन हब के रूप में विकसित हो रहे हैं। यहां का प्राकृतिक वातावरण, शांति, पहाड़ और गंगा नदी बरबस ही पर्यटकों को अपनी और खींच लाते हैं। पिछले एक दशक के दौरान यहां जंगल कैंप और राफ्टिंग के लिए आने वाले दिल्ली, नोएडा, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल और राजस्थान के पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हो रहा है।
पौड़ी गढ़वाल के गंगा भोगपुर, गरुणचट्टी, घट्टघाड़, रत्तापानी, बैरागढ़, नैल, बिजनी में 400 से अधिक जंगल कैंप और रिजॉर्ट संचालित किए जा रहे हैं। वहीं टिहरी गढ़वाल के शिवपुरी, बडल, बवाणी, कठिया, सीलण, नीर गांव, मालाकुंठी, कौड़ियाला में 500 से अधिक जंगल कैंप और रिजॉर्ट चल रहे हैं। जंगल कैंप और रिजॉर्ट में शाम ढलते ही महफिल सज जाती है। यहां करीब 50 फीसदी जंगल कैंपों और रिजॉर्ट में स्पा और मसाज की सुविधा दी जाती है। कई छोटे बड़े कैपिंग रिजॉर्ट के पास अपने स्पा और मसाज सेंटर भी हैं। जबकि जंगल कैंप में ऑन काल मसाज की सुविधा मुहैया कराई जाती है। जिन कैंपिंग रिजॉर्ट में स्पा और मसाज सेंटर है, अधिकांश के पास लाइसेंस और प्रशिक्षित कर्मचारी ही नहीं है। स्पा और मसाज सेंटरों और ऑन काल सुविधा के पीछे पर्यटकों को अनैतिक कार्यों के लिए लड़कियां मुहैया कराई जाती है।
शिकायत के बावजूद नहीं होती कार्रवाई
हेंवल घाटी के स्थानीय निवासी अरुण जुगलान, सत्यपाल सिंह राणा, कलम सिंह ने बताया कि जंगल कैंप और रिजॉर्ट में पर्यटकों के शराब पीने, रातभर हुड़दंग मचाने और अन्य अनैतिक कार्यों के चलते ग्रामीणों को परेशानी होती है। इससे क्षेत्र का माहौल भी बिगड़ता है। लेकिन पुलिस और राजस्व पुलिस शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं करती।
कैंपों और रिजॉर्ट में पहुंचता है सूखा नशा
स्मैक, चरस, गांजा आदि की सबसे अधिक खपत कैंपों और रिजॉर्ट में हैं। ऋषिकेश, मुनिकीरेती और लक्ष्मणझूला में पकड़े जाने वाले अधिकांश तस्कर जंगल कैंपों और रिजॉर्ट में पर्यटकों को नशीले पदार्थ सप्लाई करने की बात स्वीकार करते हैं। लेकिन इसके बावजूद जंगल कैंपों और रिजॉर्ट के आसपास गश्त और छापेपारी की कार्रवाई नहीं बढ़ाई गई।
शेफ की हुई मौत, यूपी की महिला को मारी थी गोली
वर्ष 2018 के मई महीने में उत्तर प्रदेश की एक महिला की उसके प्रेमी ने घट्टूगाड़ में कालीकुंड के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। महिला का शव 20 मीटर गहरी खाई में मिला था। वहीं इसी साल मई महीने में डीजे बजाने को लेकर दो जंगल कैंप संचालकों में हुए विवाद के बाद एक शेफ की धारधार हथियार से हत्या कर दी गई। इन घटना के बाद स्थानीय लोगों ने लक्ष्मणझूला थाने में प्रदर्शन किया था, जंगल कैंपों में और रिजॉर्ट की जांच और सत्यापन की मांग भी की थी। लेकिन इसके बाद भी पुलिस सोई रही। कैंपों में आए दिन मारपीट के मामले सामाने आते हैं।
गंगा और हेंवल किनारे पीते हैं शराब
पर्यटक जंगल कैंपों और रिजॉर्ट से निकल कर गंगा और हेंवल नदी किनारे आ जाते हैं। पर्यटक नदियों के किनारे बैठकर शराब और मांस का सेवन करते हैं। शराब की बोतले और हड्डियां नदी के किनारे ही फेंक देते हैं। ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी होते हैं। पुलिस मिशन मर्यादा के तहत अभियान चलाती है। लेकिन यह अभियान लंबा नहीं टिकता है।
पुलिस को जाता है पैसा
इन रिर्साट और कैपों में अनैतिक धंधा करने वाले अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए तथा लगातार इन धंधों को अंजाम देने के लिए रेगुलर पुलिस और राजस्व पुलिस को एक अच्छीखासी रकम देते हैं। यहां हाल यह है कि रिसार्ट, में पार्टी करने के लिए परमिशन के नाम पर पुलिस को एक मोटी रकम दे दी जाती है। इसी तरह से स्पा सेंटरों के नाम पर किए जा रहे देह व्यापार के लिए भी पुलिस को भेंट चढ़ाना यहां जरूरी होता है।
पुलिस ने क्षेत्र में सत्यापन अभियान शुरू कर दिया है। जिन कैंप रिजॉर्ट में बिना लाइसेंस शराब परोसी जा रही है, स्पा और मसाज सेंटर चल रहे हैं, पर्यटकों की रिकार्ड नहीं रखा जा रहा है, सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हैं उनपर कार्रवाई की जाएगी।
– श्यामदत्त नौटियाल, सीओ श्रीनगर