अल्मोड़ा, Hamarichoupal,14,09,2022
रामनगर-भतरौंजखान-रानीखेत सड़क की खस्ताहाल स्थिति से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कुमेरिया और घुघतीधार तिराहे पर सड़क में समर्थकों के साथ दो घंटे तक मौन धरना दिया। सरकार को चेताते हुए कहा है यदि एक माह के भीतर सड़क का सुधारीकरण नहीं हुआ तो व मोहान-रामनगर तिराहे पर धरना प्रदर्शन करेंगे। बुधवार को तय कार्यक्रम के अनुसार पूर्व सीएम हरीश रावत ने रामनगर-रानीखेत मोटरमार्ग के कुमेरिया पर दोपहर 1 से 1.40 बजे तक व घुगुतिधार तिराहे पर 1.50 से 2.00 बजे तक मौन धरना दिया। धरने के बाद रावत ने कहा कि लंबे समय से सरकार इस मुख्य सड़क की उपेक्षा कर रही है। यह मार्ग सबसे पुराने मार्गों में से एक है, जो देश व प्रदेश की राजधानी सहित बद्रीनाथ, अल्मोड़ा, पिथौरगढ़ के सीमा क्षेत्र को जोड़ता है। लेकिन इसमें हो रहे विशालकाय गड्ढों में वाहन चालक और यात्री जान हथेली पर रखकर यात्रा करने को मजबूर हैं। पूर्व में कई दुर्घटनाएं भी इस मार्ग पर हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इस सड़क को एडीबी ने बनाया है। लेकिन केंद्र सरकार ने इसे राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए स्वीकृति दी है। लिहाजा सरकार को इसका प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजना चाहिए, ताकि रोड का निर्माण हो सके। उन्होंने कहा कि एक माह के भीतर सुधारीकरण नहीं किया गया तो वह मोहान रामनगर तिराहे पर मौन धरना देंगे। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत, महासचिव कांग्रेस सैनिक प्रकोष्ठ घनानंद, पुष्कर दुर्गापाल, सोबन सिंह बोहरा, अमित सिंह रावत, मोहन फर्त्याल, अर्जुन सिंह, प्रकाश बर्थवाल, कमल रावत आदि रहे।