विकासनगर,15,05,2022, Hamarichoupal
बाहरी प्रदेशों से कुल्हाल सीमा पर आने वाली खनन सामग्री के वाहनों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाये जाने के मामले में टिमली की रेंज अधिकारी, दो वन दरोगा और एक फॉरेस्ट गार्ड को हटाकर कार्यालय संबध कर दिया गया है। चोहड़पुर के रेंज अधिकारी अयबुद्दीन सिद्धकी को टिमली रेंज का प्रभार सौंपा गया है। हटाये गये रेंज अधिकारी, वन दरोगा व फॉरेस्ट गार्ड के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश जारी किये गये हैं। हिमाचल, पंजाब व हरियाणा से आने वाले खनन के वाहनों में कुल्हाल सीमा पर बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाई गई हैं। उक्त प्रदेशों से आने वाले खनन से भरे वाहनों में खनन सामग्री निर्धारित मात्रा से डेढ़ से दो गुना अधिक पाये जाने के बावजूद कम सामग्री दिखाकर कम शुल्क की रसीद काटकर राज्य सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाया जा रहा था। इस मामले में रेंज कर्मियों से लेकर रेंज अधिकारी के शामिल होने की शिकायत वन विभाग को मिली। जिस पर वन विभाग ने गोपनीय जांच बैठाई थी। जांच के तहत उच्चाधिकारियों ने एक अन्य सर्किल की टीम को नौ मई की रात को जांच के लिए कुल्हाल चेकपोस्ट पर भेजा। टीम ने दस मई सुबह तक गोपनीय जांच की। इसमें पाया गया कि वन चौकी पर तैनात दो वन दरोगा, एक फॉरेस्ट गार्ड बाहरी प्रदेशों से आने वाली खनन सामग्री के वाहनों में निर्धारित मात्रा से अधिक खनन सामग्री पाये जाने पर भी उस खनन सामग्री निर्धारित मात्रा से कम दिखा रहे थे और कम शुल्क वसूली कर रहे थे। जांच में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं की पुष्टि हुई। जांच टीम की रिपोर्ट के बाद वन संरक्षक डॉ.धीरज पांडेय के निर्देश पर तत्काल प्रभाव से रेंज अधिकारी टिमली, वन चौकी पर तैनात दो वन दरोगा और एक फॉरेस्ट गार्ड को तैनाती स्थल से हटाने के आदेश जारी किए। उक्त कर्मचारियों को डीएफओ कार्याल अटैच कर दिया गया है। डीएफओ कालसी बीपी मर्तोलिया ने बताया कि चोहड़पुर रेंज अधिकारी अयबुद्दीन सिद्धकी को टिमली रेंज का प्रभार सौंप दिया गया है। कहा कि दो वन दरोगा और एक फॉरेस्ट गार्ड की भी तैनाती कर दी गयी है। वन संरक्षक डॉ. धीरज पांडेय ने बताया कि आरोपी रेंज अधिकारी, दोनों वन दरोगा व फॉरेस्ट गार्ड के खिलाफ जांच सही पाये जाने के बाद अब डीएफओ कालसी को विभागीय नियमावली के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।