देहरादून,आरएनएस,18,04,2022
उत्तराखण्ड जहां अतिथि को भगावान का दर्जा दिया जाता है वहां अब ठगों की नजर लग गयी है। जहां एक ओर राज्य सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तमाम घोषणायें कर टूरिस्टों को आकर्षित करने के लिए मुहिम चल रही है। लेकिन यहां पर कुछ लोगों द्वारा पर्यटकों से ठगी करने से राज्य की साख को बट्टा लग रहा है।
जी हां यदि आप भी उत्तराखण्ड के पयर्टक स्थलों मसूरी, हरिद्वार, नैनीताल, रामनगर या किसी अन्य पर्यटन स्थल में घूमने का प्लान कर रहे हैं तो होटल बुकिंग ध्यान से करवाएं। यहा के नामी होटलों की फर्जी वेबसाइट बनाकर पर्यटकों के साथ ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कई पर्यटक स्थलों में बुकिंग के नाम पर पर्यटकों के साथ ठगी के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
दरअसल, जालसाज होटलों के नाम की फर्जी वेबसाइट बना रहे हैं। इस पर पर्यटकों से एडवांस बुकिंग के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने समाचार एजेंसी आरएनएस से बात करते हुए बताया कि हमारे पास होटल एसोसिएशन अपनी शिकायत लेकर पहुंची है। साइबर सेल इस तरह के मामलों को देख रही है।
कॉर्बेट के नाम पर फर्जी वेबसाइटें
देशभर से पर्यटक रामनगर में कॉर्बेट नेशनल पार्क घूमने आते हैं, पर यहां कार्बेट पार्क की फर्जी वेबसाइट बनाकर पर्यटकों से ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद कॉर्बेट पार्क प्रबंधन ने खुद सामने आकर कदम उठाया। फर्जी वेबसाइटों को बंद करवाने के साथ ही इनके संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। साथ ही अपनी अधिकृत वेबसाइट को बेहतर बनाते हुए यहां पर्यटकों के लिए कई दिशा निर्देश भी जारी किए। इसके बाद पर्यटकों से धोखाधड़ी के मामले कम हो पाए।
यह इसी बार नहीं है बल्कि पहले भी पहले भी इस तरह के मामले सामने आये हैं, बीते वर्ष यहां मुनस्यारी घूमने आए बंगाली पर्यटकों के साथ ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया था। ठगी के शिकार चार पर्यटकों ने मुनस्यारी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पर्यटक सीजन शुरू होते ही कई ठग सक्रिय हो जाते हैं, यहां कार्बेट नेशनल पार्क के नाम पर एक बार फिर फ्रॉड शुरू हो गया है। मिलती जुलती वेबसाइट और फेसबुक पेज बनाकर पर्यटकों को ठगने की कोशिश की जा रही है। हाल ही में एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमें ढिकाला फारेस्ट लाज जिम कार्बेट के नाम पर फेसबुक पेज बनाया गया है और ढिकाला ओल्ड एफआरएच की फोटो डालकर पर्यटकों को बुकिंग के लिए आफर किया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद कार्बेट प्रशासन सक्रिया हो गया है। ऐसी पेज और वेबसाइटों को चिन्हित किया जा रहा है।
कार्बेट पार्क ने डे विजिट और नाइट स्टे के लिए पर्यटकों को एडवांस ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा दी है। पर्यटक विभाग की वेबसाइट पर घर बैठे ही बुकिंग कर सकते हैं। लेकिन कई लोग कार्बेट के नाम से मिलती जुलती वेबसाइट व एफबी पेज बनाकर कार्बेट के नाम व फोटो का सहारा लेकर पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं।
कार्बेट के नाम से कई वेबसाइट व फेसबुक संचालित होने से पर्यटक भी असमंजस में रहते हैं। ऐसे में कई पर्यटक इनके झांसे में फंसकर इनसे संपर्क कर लेते हैं। कई बार रामनगर कोतवाली में पर्यटकों द्वारा ठगी के मामले भी सामने आ चुके हैं। कार्बेट टाइगर रिजर्व की अधिकृृत वेबसाइट केवल www.corbettonline.uk.gov.in है। इसके अलावा कार्बेट के नाम से जो बुकिंग की कार्रवाई कर रहे हैं।
2019 में 40 वेबसाइटों को कराया गया था बेद
कार्बेट नेशनल पार्क के नाम पर फर्जी वेबसाइटों बनाकर पर्यटकों से ठगी का पहले भी मामला सामने आ चुका है। जिसके बाद कार्बेट प्रशासन ने विधिक कार्रवाई के तहत वेबसाइट संचालक को नोटिस भेजा था। साथ ही ऐसी अन्य वेबसाइट की जानकारी भी निकाली गई थी। 2019 में भी कार्बेट पार्क प्रशासन ऐसी ही 40 वेबसाइट संचालकों को नोटिस भेजकर उन्हें बंद करा दिया था।
गलत हो जाता है भुगतान
कार्बेट के नाम से मिलती जुलती वेबसाइट होने से पर्यटक इनमें बुकिंग कराकर कई बार परेशानी में पड़ जाते हैं। सीटीआर के निदेशक ने समाचार एजेंसी आरएनएस को बताया कि कार्बेट के नाम से ऐसे मामलों पर लगातार नजर रखी जाती है। ऐसे में पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी होने का खतरा रहता है।