चम्पावत,Hamari Choupal,02,03,2022
बतौर सीएम पहली बार शनिवार को चम्पावत जिले के टनकपुर स्थित पूर्णागिरि धाम पहुंचे पुष्कर सिंह धामी ने माता के दरबार में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने भैरव मंदिर में मंदिर समिति और मेला प्रशासन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर समस्याएं सुनीं। सीएम ने यहां पूर्णागिरि क्षेत्र के लिए पांच करोड़ की पेयजल लिफ्ट योजना बनाने की घोषणा की। जिस पर पुजारियों ने सीएम का आभार जताया।
पूर्णागिरि आए मुख्यमंत्री धामी के साथ उनकी पत्नी गीता धामी भी रही। भैरव मंदिर में विधायक कैलाश गहतोड़ी ने सीएम को वहां की समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि न तो पूर्णागिरि क्षेत्र में नेटवर्क है और न ही पर्याप्त मात्रा में पानी। इस पर सीएम ने कहा कि लादीगाड़ से पूर्णागिरि तक पांच करोड़ की लागत से लिफ्ट पेयजल योजना का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ठुलीगाड़ से लेकर भैरव मंदिर तक करीब सात किमी के दायरे में जल्द सड़क चौड़ीकरण की डीपीआर तैयार की जाएगी। इसके बाद शीघ्र इसका कार्य शुरू कर माता के धाम आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिल पाएंगी। सीएम की घोषणा पर विधायक गहतोड़ी ने उनका धन्यवाद किया। इस दौरान पुजारियों ने भी सीएम से चम्पावत सीट से ही चुनाव लड़ने का आग्रह किया। सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में अगले पांच साल तेजी से विकास कार्यों को बल मिलेगा।
पूर्णागिरि मेले के लिए हर साल 10-15 लाख देंगे अनुदान : सीएम
सीएम धामी के समक्ष मंदिर समिति ने पूर्णागिरि मेले को राजकीय मेला घोषित करने की अपील की। जिस पर उन्होंने कहा कि वह इसके लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि मेले में हर साल लाखों भक्त माता के धाम आते हैं। जिनके लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता है। सीएम ने कहा कि वह प्रतिवर्ष सहायता के रूप में मेला संचालन के लिए 10 से 15 लाख रुपये सरकार की ओर से अनुदान दिया जाएगा। मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष भुवन पांडेय ने बताया कि इससे पूर्व अंतिम बार प्रदेश के तत्कालीन सीएम एनडी तिवारी ने पूर्णागिरि मेले के लिए 65 लाख रुपये का अनुदान दिया था। इसके बाद पुजारी प्रति वर्ष मेले के दौरान अनुदान देने की मांग करते आए थे। लेकिन किसी सीएम ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। शनिवार को सीएम पुष्कर धामी ने अनुदान राशि की घोषणा की। मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन तिवारी समेत अन्य पदाधिकारियों ने उनका आभार जताया।
भू-कटाव को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे
टनकपुर। पूर्णागिरि दर्शन करने के बाद टनकपुर की ओर लौट रहे सीएम पुष्कर सिंह धामी का काफिला अचानक बूम में रुका। यहां विधायक कैलाश गहतोड़ी ने सीएम को बताया कि अक्तूबर में आई आपदा से शारदा नदी से सटे बूम, गैड़ाखाली, उचौलीगोठ, बसानीगोठ समेत अन्य गांवों की कई बीघा जमीन बह गई। जिन्हें सरकार की ओर से मदद नहीं मिल पाई थी। साथ ही भू-कटाव रोकने के लिए विधायक ने सीएम से अपने स्तर से अधिकारियों के जरूरी दिशानिर्देश जारी करने को कहा। इस पर सीएम धामी ने कहा कि जल्द इसके लिए बजट तैयार कर सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे। इसके बाद सीएम ने विधायक और अफसरों के साथ शारदा घाट का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने डीएम विनीत तोमर से आपदा के कारण हुई क्षति के विवरण की जानकारी ली। यहां उन्होंने मौके से सचिव को फोन कर अपस्ट्रीम खनन में आ रही दिक्कतों को जल्द दूर करने के कहा। इसके अलावा शारदा घाट के जल्द पुर्ननिर्माण की अधिकारियों को निर्देश दिए।
ये लोग रहे मौजूद
टनकपुर। सीएम के कार्यक्रम के दौरान यहां कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, डीआईजी कुमाऊं निलेश आनंद भरणे, डीएम विनीत तोमर, एसपी देवेंद्र पींचा, एडीएम शिवचरण द्विवेद्वी, एसडीएम हिमांशु कफल्टिया, अनिल चन्याल, सीओ अविनाश वर्मा, कोतवाल हरपाल सिंह के अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष दीप चंद्र पाठक, पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष बगौली, हरीश भट्ट, पंकज चंद, कैलाश अधिकारी, प्रकाश तिवारी समेत दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।