03,12,2021,Hamari Choupal
रिपोर्टः राजेश कुमार
देहरादून। उत्तराखण्ड में जिसका जो बस चले वह वही करता है यहां नियम कानून कोई मायने नहीं रखते है। यह नजारा सबसे अधिक पुलिस विभाग में देखने को मिलता है। यहां थानेदार जो चाहे वह कर सकता है और अधिकारी मूक दर्शक बने रहते हैं। जी हां ऐसा ही एक मामला राजधानी के प्रेमनगर थाने का है। इस थाने में पुलिस साधारण मुकदमा न लिखने के नये नये बाहने खोजती है वह भी थाने का कोई दरोगा नहीं बल्कि खुद थानेदार। वह भी तब जब कि मुकदमा लिखवाने वाला कोई और नहीं बल्कि थानेदार के ही रेंक का एक सरकारी अधिकारी हो।
लिखित प्रार्थना पत्र
हम आपको बताते हैं कि राज्य सूचना आयोग ने 11 अगस्त 2021 को विकासखण्ड सहसपुर के लोक सूचना अधिकारी को निर्देशित किया कि वह खण्ड विकास अधिकारी सहसपुर के माध्यम से जिला पंचायत राज अधिकारी को अवगत कराये कि ग्राम पंचायत ठाकुर पुर के पूर्व प्रधान नौशाद खान द्वारा नव निर्वाचित ग्राम प्रधान को पंचायत से संबंधित दस्तावेज हस्तगत नहीं कराए जा रहे हैं अत: नौशाद खान के खिलाफ पुलिस में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जाए। इस आदेश के अनुपालन में सहसपुर विकासखण्ड के सहायक विकास अधिकारी पंचायत मनोज नौडियाल ने आठ नवम्बर को एक लिखित प्रार्थना पत्र थाना प्रभारी प्रेमनगर को देकर ग्राम ठाकुरपुर के पूर्व प्रधान नौशाद खान के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने हेतु दिया। इस प्रार्थना पत्र में उन्होंने साफ साफ लिखा है कि नौशाद खान वर्ष 2014 से 2919 तक ठाकुर पुर के ग्राम प्रधान रहे। इसके बाद वर्ष 2019 में नया ग्राम प्रधान चुना गया और उन्होनें पूर्व प्रधान से ग्राम सभा से संबंधित दस्तावेज मांगे तो पूर्व प्रधान नौशाद खान ने ये दस्तावेज नये प्रधान को उपलब्ध नहीं कराए। इसके बाद मामला लोक सूचना आयोग पहुंचा और वहां से पूर्व प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश हुए।
इस आशय की तहरीर प्रेमनगर थाने में दिए जाने के एक माह बाद भी पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। इस संबंध में जब थाना प्रभारी कुलदीप पंत से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि जो तहरीर पुलिस को दी गयी है वह एक साधारण प्रार्थना पत्र है और उस पर मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता है। उसके लिए अलग से तहरीर देनी पड़ेगी।
लेन देन की है चर्चा
इस मामले में पुलिस के ही एक दरोगा के साथ नौशाद के मधुर संबंधों की चर्चा है। चर्चा तो यहां तक है कि इस मामले में अच्छा खासा लेन देन हुआ है। मामला करोड़ों की जमीनों की हेरफर का है तो ऐसे में हर किसी की निगाह लगी होती है।
पहले भी चर्चाओं में रहे ग्राम प्रधान
पूर्व प्रधान नौशाद खान पहले भी चर्चाओं में रहा है। एक महिला ने अपनी जमीन के मामले में भी नौशाद पर आरोप लगाए थे।