ऋषिकेश(आरएनएस)। शहर और आसपास की हर सड़क न सिर्फ गड्ढायुक्त है, बल्कि बरसात में गड्ढों में पानी भरने से यह सड़कें अब वाहन सवारों के लिए जान का जोखिम बन गई हैं। आंतरिक से मुख्य मार्गों की बदहाली मुसीबत का सबब बनी हुई है। बावजूद, न तो पीडब्ल्यूडी और न ही एनएच के साथ रेलवे महकमा सड़कों की हालत को सुधारने के लिए तैयार दिख रहा है। हरिद्वार-ऋषिकेश नेशनल हाईवे पर श्यामपुर में रेलवे फाटक के पास छह सौ मीटर का पैच पर अब गड्ढे ही बचे हैं। बरसाती पानी जमा होने से गड्ढों का वाहन सवारों का पता नहीं चल रहा है, जिससे ज्यादातर दोपहिया सवार इन गड्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे हैं। हरिद्वार बाइपास मार्ग की स्थिति बदहाल है। जगह-जगह गड्ढों में बरसाती पानी से व्यस्ततम मार्ग पर वाहन सवारों को जान को जोखिम बना हुआ है। इतना ही नहीं, शहर की बेहद व्यस्ततम सड़क रेलवे रोड पर कहीं सड़क बची ही नहीं है। कुछ बचा है, तो वह है सिर्फ गड्ढे। बदहाल सड़क पर दिन में तो लोग खतरों का सफर कर ही रहे हैं। रात में इस मार्ग पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने के चलते लोगों को बड़ी दुर्घटना का अंदेशा भी बना हुआ है। स्थानीय लोग सड़कों की हालत सुधारने के लिए कई दफा हर विभाग को शिकायत कर चुके हैं, मगर कई तरह की दलीलों के अलावा उन्हें इस मुसीबत से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। विजयपाल सिंह रावत, ललितमोहन मिश्र, आशुतोष शर्मा, मनीष शर्मा, जयदेव सिंह आदि का कहना है कि सरकार के सड़कों से जुड़े महकमों से शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार है, जिसके चलते ही वह सड़कों की मरम्मत नहीं कर रहे हैं।
रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग को सड़क की मरम्मत के लिए निर्देशित किया गया है। सड़क की मरम्मत के लिए उनकी स्टेट पीडब्ल्यूडी से वार्ता चल रही है। जल्द ही सड़क की मरम्मत कराने के लिए विभाग को कहा गया है। -आदित्य गुप्ता, प्रबंधक, रेलवे मुरादाबाद मंडल
ठेकेदारों के निविदा बहिष्कार के चलते सड़कों की मरम्मत में थोड़ी दिक्कते हुई है। ठेकेदारों से वार्ता चल रही है और जैसे ही इसमें समाधान निकलते है, तो फौरन सड़कों पर पैचवर्क कराकर उन्हें दुरूस्त किया जाएगा। बात नहीं बनती है, तो विभागीय स्तर पर ही मेट गैंग के माध्यम से सड़कों की स्थिति को दुरूस्त किया जाएगा। -बीएन द्विवेदी, ईई, पीडब्ल्यूडी
श्यामपुर में नेशनल हाईवे के गड्ढों को फौरी तौर पर आरबीएम के माध्यम से भरा जा रहा है। बारिश में मरम्मत कार्य कराने में दिक्कत पेश आ रही है। मानसून निपटने के साथ ही राजमार्ग की मरम्मत कर उसे ठीक कर दिया जाएगा। -नवनीत पांडे, ईई, एनएच पीडब्ल्यूडी