विकासनगर। यमुना के अप स्ट्रीम वाले कैचमेंट क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के चलते डाकपत्थर बैराज से शनिवार को 74 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। पानी छोड़ने से तटवर्ती बस्तियों के बाशिंदो के लिए चेतावनी जारी की गई। वहीं, शनिवार को यमुना और टौंस का जल स्तर चेतावनी बिंदु के आसपास रहा, जिससे प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है।
पहाड़ों पर बार-बार हो रही बारिश के कारण यमुना में डाकपत्थर और आसन बैराज से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है। शनिवार को दो बार में डाकपत्थर बैराज से 74238 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि आसन बैराज से 18 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया। हालांकि कम पानी छोड़ा जाने से खतरे की बात से अधिकारी इनकार कर रहे हैं। फिर भी तहसील प्रशासन ने यमुना किनारे की बस्तियों में चेतावनी की मुनादी करने के साथ ही बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट कर दिया है। सभी चौकियों से बाढ़ राहत नियंत्रण की टीमें यमुना के जलस्तर पर नजर रख रही हैं।
यमुना के दोनों छोर पर बसे हैं 12 गांव
यमुना के दोनों छोर पर यहां 12 गांव में बसे हुए हैं। जिनमें से भीमावाला, ढालीपुर, ढकरानी, कुंजा, कुंजाग्रांट, मटक माजरी, कुल्हाल पछुवादून में बसे हैं। जबकि दूसरे छोर गोजर, पुरुवाला, भंगाड़ी, अरडेन, सिंहपुरा गांव बसे हुए हैं। दोनों छोर के प्रशासन की टीमें आपस में संवाद स्थापित कर गांवों में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रही है।
इस तरह छोड़ा गया पानी
डाकपत्थर बैराज से यमुना में सुबह आठ बजे 41575 क्यूसेक, दोपहर 12 बजे 32663 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जबकि आसन बैराज से दोपहर 12 बजे 18 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया। शनिवार को यमुना का जल स्तर चेतावनी बिंदु से 48 सेमी नीचे 453.99 मीटर पर और टोंस का जल स्तर चेतावनी बिंदु से 25 सेमी नीचे 643.50 मीटर पर रहा।
डाकपत्थर और आसन बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। हालांकि अभी खतरे वाली कोई बात नहीं है। तटवर्ती इलाकों को बाढ़ जैसे हालात से बचाने के लिए अलग अलग समय पर पानी छोड़ा जा रहा है। – विमल डबराल, मीडिया प्रभारी यूजेवीएनएल