विकासनगर, Hamarichoupal,06,11,2022
उत्तराखंड क्रांति दल के अधिवेशन में वक्ताओं ने कहा कि राजनीतिक दलों और उनके नेताओं ने हमेशा उत्तराखंड की जनता को छलने का काम किया है। आम जनता के हितों को दरकिनार कर राष्ट्रीय दलों के नेता हमेशा अपने हितों को साधते रहे हैं। लेकिन उक्रांद ही एक मात्र ऐसा राजनीतिक दल है जिसने उत्तराखंड राज्य गठन के संघर्ष से लेकर राज्य बनने के बाद जनता के हितों से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ हमेशा आवाज बुलंद की है। उत्तराखंड में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी महंगाई के खिलाफ उक्रांद हमेशा संघर्षरत रहा है। रविवार को डाकपत्थर रोड स्थित दुर्गा माता मंदिर परिसर में उक्रांद का पछुवादून जिला अधिवेशन आयोजित किया गया। अधिवेशन को शुभारंभ उक्रांद के पूर्व केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती और केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. शक्तिशैल कपरवान ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। पूर्व केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती ने कहा कि प्रदेश की जनसमस्याओं को लेकर केवल उक्रांद ही संघर्ष कर रहा है। अंकिता भंडारी केस, यूकेएसएसएससी, अन्य भर्ती घोटाले पर उक्रांद ही आवाज उठाता रहा है जबकि भाजपा, कांग्रेस मौन रहती है। केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. शक्तिशैल कपरवान ने कहा कि उत्तराखंड की जनता को हमेशा भाजपा व कांग्रेस ने छलने का काम किया है। कहा कि उक्रांद ही एकमात्र दल है जो उत्तराखंड के हितों की सच्चे मन से लड़ाई लड़ता है। जनता को उक्रांद के संघर्षों का साथ देना चाहिए। केंद्रीय उपाध्यक्ष शैलेश गुलेरी ने कहा कि भाजपा की उत्तराखंड में जब से दुबारा सत्ता आयी है तब से भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी बढ़ी है। आरोप लगाया कि युवाओं के हकों को छीनकर दलाल मालामाल हो रहे हैं। कहा कि सरकारी नौकरियों को भाजपा सरकार के राज में दलाल बेच रहे हैं और आज जो जांच हो रही है वह महज खानापूर्ति की जा रही है। सरकार की कमजोर पैरवी के चलते नौकरी बेचने वाले जमानत पर छूट कर आ रहे हैं। उक्रांद के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश उपाध्याय कहा कि यूकेएसएसएससी परीक्षा हो, दरोगा भर्ती, सहकारी बैंकों में नियुक्ति घोटाला, अंकिता हत्याकांड इन तमाम मामलों में उक्रांद मुखर होकर संघर्ष करती रही। अधिवेशन में जय कृष्ण सेमवाल, मायाराम मंमगाई, नरेंद्र कुकरेती,, जयंती पटवाल, बीना पंवार, मयाराम ममगई, कमलेश रावत, शिवप्रसाद सेमवाल, सुनील ध्यानी, देवेंद्र कंडवाल, सुलोचना इस्टवाल, उत्तरा पंत, कैप्टन चंदन सिंह सजवाण, गणेश काला, अतुल बेंजवाल, जितेंद्र पंवार, अमजद मिर्जा, मुन्नी नौटियाल, राम सिंह रावत, सरोज मलासी, रीता साहू, हेमचंद्र सकलानी, सुनिता चामोली, अमरावती नेगी, सावित्री रावत, मंगला नेगी, दिका रावत, मनोज कंडवाल, डॉ. राजेश, रजनी देवी, सुनिता, गीता देवी, रेखा असवाल, आशा पंवार, मनोरमा डोभाल, गोदमबरी भट्ट आदि ने विचार व्यक्त किये।
उक्रांद के जिलास्तरीय अधिवेशन में छह राजनीतिक प्रस्ताव पारित किये गये। इसमें पछुवादून को अलग जिला बनाये जाने, वास्तविक उत्तराखंड आंदोलनकारी जो चिन्हित होने से वंचित रह गये उन्हें चिन्हित करने, पछुवादून में उक्रांद कार घर घर दस्तक प्रोग्राम शुरू करना, पछुवादून में उक्रांद का जनजागरण रथ यात्रा, अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने, नोब भर्ती घोटाले में मुख्य साजिशकर्ता का खुलासा और शीघ्र गिरफ्तारी की मांग शाामिल की गयी है।
उक्रांद की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि उक्रांद के पछुवादून जिले के जिलाध्यक्ष गणेश काला होंगे। सभी पार्टी कार्यकर्ताओं ने गणेश काला को जिलाध्यक्ष बनाये जाने का स्वागत किया। कहा कि इससे दल को मजबूती मिलेगी।