रुडकी,13,06,2022
ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व खिलाड़ी एवं श्रीलंका को वर्ल्ड कप जिताने वाले कोच डेव व्हाटमोर ने रुड़की पहुंचकर क्रिकेट के प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने खिलाड़ियों को बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग से संबंधित कई टिप्स दिए। लुप्त हो रहे टेस्ट क्रिकेट के संबध में उन्होंने कहा कि क्रिकेट की असली प्रतिभा केवल टेस्ट मैचों से ही निखर कर आती है।
रुड़की स्थित एमएस धोनी क्रिकेट एकेडमी में पहुंचे ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एवं 1996 में श्रीलंका के कोच रहकर उन्हें वर्ल्ड कप जिताने वाले डेव व्हाटमोर में क्रिकेट का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे खिलाड़ियों को बताया कि किसी भी फील्ड में जाने से पहले लक्ष्य को निर्धारित करें। उन्होंने खिलाड़ियों को बताया कि मैदान में रहते हुए अपने आपको चौकन्ना रखें। इसके साथ ही उन्होंने फील्डिंग, बैटिंग और बॉलिंग से संबधित टिप्स दिए।
एकेडमी के खिलाड़ियों का खेल देखकर एवं उनसे वार्ता करके वह प्रभावित नजर आए। कहा कि खिलाड़ियों को शारीरिक रूप से फिट रहने के साथ मानसिक रूप से फिट रहना भी आवश्यक है। कहा कि इस एकेडमी के कोचों ने बच्चों को मानसिक रूप से भी तैयार किया है। उन्होंने कहा कि यह खिलाड़ी क्रिकेट का भविष्य हैं। धीरे-धीरे लुप्त हो रहे टेस्ट क्रिकेट के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट ही असली क्रिकेट है। उन्होंने कहा कि वनडे और टी ट्वेंटी को लोग एंजॉय कर रहे हैं। लेकिन टेस्ट के बिना क्रिकेट की कल्पना करना बेकार है।
कहा की आईसीसीआई भी टेस्ट क्रिकेट को लेकर काम कर रही है। टेस्ट क्रिकेट से ही प्रतिभाएं निकल कर आती हैं। वनडे और टी ट्वेंटी तेज हो सकते हैं। लेकिन बेहतर खिलाड़ियों के लिए टेस्ट ही बेहतर है। अपने बीच में अंर्तराष्ट्रीय कोच को पाकर खिलाड़ी उत्साहित नजर आए। इस अवसर पर अकादमी संचालक अंकित मेहंदीरत्ता, दीपक अरोड़ा, मुख्य कोच सुभेंदु पानी, कोच वैभव पांडेय, शिव शंकर निषाद, प्रबंधक चिराग कथूरिया, गौरव सिंह और सुखराम आदि मौजूद रहे।