06.08.2021,Hamari चौपाल
सदैव अचल अडोल रहना अर्थात विरोधी सेना कितना भी हिलने की कोशिश करें लेकिन अंगद के समान अचल रहना। परिस्थितिया आयेंगी और चली जायेंगी लेकिन हमारी स्व स्थिति बनी रहे। स्व स्थिति ही परिस्थिति का सामना करके हमें आगे बढती रहेंगी। परिस्थिति के पीछे भागने से स्व स्थिति चली जाती है।
कोई भी परिस्थिति आये तो इसे हाई जम्प देकर पार कर जाये। परिस्थिति आना भी गुडलक है क्योकि परिस्थिति का पेपर हमारे फाउण्डेशन को मजबूत करती है। परिस्थिति हमारे निश्चय को हिला कर देखने आती है। लेकिन यदि हम एक बार अंगद के समान मजबूत हो जायेगे तो परिस्थिति हमें नमस्कार करेगी। परिस्थिति पहले विकराल रूप में आयेगी लेकिन स्व स्थिति के कारण दासी के रूप में नजर आयेगी।
सदा एक बल एक भरोसा, इसी लगन मे रहें। जो सदा एक के भरोसे में रहते है वे सदैव एकरस रहते है। इसके कारण कोई भी रस ऐसी आत्माओं को आकर्षित नही कर सकती है। ऐसी आत्माएं स्वंय भी लाईट हाउस बन कर निर्विध्न होकर चलती है और दूसरों को भी निमित बन कर रास्ता दिखाती है।
निर्विघ्न रूप में हम चमकता हुआ सितारा है लेकिन इस सितारे के चमक के आगे पीछे माया के बादल आ जाते है। माया के बादल के कारण हमारा चमकता सितारा छिप जाता है। सितारे की चमक छिपने ना दें इसके लिा अटेन्शन रखना होगा। जैसे फोटो निकालते समय अगर बादल आगे आ जाय तो फोटो खराब हो जाती है। जब हम अपने ज्ञान के साक्षात्कर के लिए खड़े हो और बादल आ जाय तो सारा प्रोग्राम अपसेट हो जाता है। इसलिए ऐसी प्रैक्टिस करे कि दूर से ही बादल भाग जाय।
मै पुरूषार्थी हूॅ केवल इस बात में खूश नही हो जाना है बल्कि चैक करें कि किस स्पीड का पुरूषार्थी हूॅ। कम हो एक सेकेण्ड का लेकिन करें दो धण्टे में अथवा प्रश्नों का उत्तर ठीक दे दें लेकिन टाईम पर ना दें तब हम फेल कहलायेंगे।