Hamarichoupal,19,07,202
देहरादून, 19 जुलाई। ( हमारी चौपाल ) देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल का हालिया चकराता दौरा, क्षेत्र की जीवनरेखा सड़कों के लिए किसी वरदान से कम नहीं साबित हुआ है। उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में, जनहित में कई ऑन-द-स्पॉट और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए, चकराता की कनेक्टिविटी के लिए नासूर बन चुके जजरेट भूस्खलन जोन का स्थायी समाधान कर दिया है। डीएम ने ग्राउंड जीरो से लौटते ही, आपदा एक्ट में प्रदत्त विशेष शक्तियों का प्रयोग करते हुए, जजरेट स्टेबिलाइजेशन का तत्काल आदेश जारी कर दिया, जिससे वर्षों से कागजों के खेल में फंसा वन भूमि हस्तांतरण और क्षतिपूर्ति भूमि का पेच चंद मिनटों में ही सुलझ गया।
वर्षों की पहेली, चंद मिनटों में सुलझी:
कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर स्थित जजरेट भूस्खलन जोन, जो लगभग 200 मीटर ऊंचा और 180 मीटर चौड़ा है, आए दिन पहाड़ी दरकने और मलबा सड़क पर आने के कारण इस क्षेत्र को नासूर बना चुका था। सड़क बार-बार बाधित होने से चकराता की कनेक्टिविटी पर गहरा असर पड़ रहा था। इस जजरेट स्लोब स्टेबिलाइजेशन कार्य में वन भूमि हस्तांतरण और 6 हेक्टेयर क्षतिपूर्ति जमीन (CA Land) का पेच वर्षों से उलझा हुआ था, जिससे काम आगे नहीं बढ़ पा रहा था।
डीएम सविन बंसल ने मौके पर ही स्थिति का गहन निरीक्षण किया और अपनी आपदा अधिनियम की विशेष शक्तियों का प्रयोग करते हुए, मौके पर ही कार्य की अनुमति जारी कर दी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग (PWD) को तत्काल डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार करने के निर्देश दिए हैं, जिससे अब स्लोब स्टेबिलाइजेशन कार्य शीघ्र शुरू हो सकेगा।
डीएम का तूफानी दौरा, जनहित में कई बड़े फैसले:
डीएम बंसल का यह दौरा केवल जजरेट तक सीमित नहीं रहा। उनके तूफानी दौरे में उन्होंने स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा और जनमानस से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं को एक साथ छुआ। जजरेट भूस्खलन के अलावा, ध्वेरा और हईया बैंड सुधारीकरण के लिए भी आपदा मद से त्वरित धनराशि स्वीकृत की गई।
अपने फैसलों को मूर्त रूप देते हुए, डीएम ने जजरेट सुधारीकरण की मौका-ए-अनुमति प्रदान की। इसके साथ ही, पाटा के जियोलॉजिकल सर्वे और पुनर्वास के ‘बी प्लान’ पर भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
पंचायत चुनाव के मद्देनजर, डीएम ने कंटिजेंसी प्लान के तहत स्लाइड जोन के दोनों तरफ अतिरिक्त वाहनों की तैनाती और लोनिवि को जजरेट स्पॉट पर मैनपावर और मशीनरी तैनात रखते हुए सड़क पर आने वाले मलबे का तत्काल निस्तारण करने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी सविन बंसल का यह अभूतपूर्व कदम, प्रशासन की जनता के प्रति प्रतिबद्धता और त्वरित न्याय प्रदान करने की उनकी कार्यप्रणाली का एक और उत्कृष्ट उदाहरण है। यह निर्णय न केवल चकराता के निवासियों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जनसमस्याओं के समाधान में ग्राउंड जीरो से त्वरित और निर्णायक कार्रवाई कितनी महत्वपूर्ण है।