देहरादून : 02,07,2025
देहरादून। (हमारी चौपाल) पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए उत्तराखंड के खनन विभाग ने अवैध खनन के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज कर दिया है। आज तहसील विकासनगर के स्वारना नदी तट पर जिला खान अधिकारी नवीन सिंह के नेतृत्व में विभागीय टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए अवैध खनन में लिप्त दो JCB मशीनों को पकड़ा। इन मशीनों को तत्काल प्रभाव से जब्त कर निकटवर्ती सेलाकुई पुलिस थाने की सुपुर्दगी में दे दिया गया।
जिला खान अधिकारी नवीन सिंह ने इस कार्रवाई को अवैध खनन के खिलाफ एक कड़ा संदेश बताया। उन्होंने कहा, “अवैध खनन करने वालों को यह बिल्कुल नहीं सोचना चाहिए कि वे विभाग की नजरों से बच सकते हैं। हमारी टीम हर संभव कोशिश कर रही है कि ऐसे अपराधियों को ढूंढ-ढूंढ कर सजा दी जाए। स्वारना नदी जैसे प्राकृतिक संसाधनों को लूटने वालों के खिलाफ हमारी कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।”इस विशेष अभियान में खनन विभाग की टीम में जिला खनन अधिकारी नवीन सिंह के साथ खनिज पर्यवेक्षक कुमेर सलाल, सर्वेक्षक शबीना नाज, रणजीत मनवाल, आशीष गुप्ता, और चालक उमराव भंडारी व संदीप शामिल रहे। टीम ने न केवल अवैध खनन को रोका, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि जब्त मशीनें उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत पुलिस के हवाले की जाएं।
पर्यावरण और कानून के लिए खतरा है अवैध खनन
स्वारना नदी जैसे जलस्रोतों में अवैध खनन न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि नदी के प्राकृतिक प्रवाह और जैव-विविधता को भी खतरे में डालता है। इससे नदी तटों का कटाव, बाढ़ का खतरा और स्थानीय समुदायों के लिए जल संकट जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। खनन विभाग की इस कार्रवाई को स्थानीय लोगों ने सराहा है, जो लंबे समय से अवैध खनन की शिकायत कर रहे थे।
जिला खान अधिकारी ने स्पष्ट किया कि विभाग की नजर उन सभी क्षेत्रों पर है जहां अवैध खनन की सूचना मिल रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें भारी जुर्माना, मशीनों की जब्ती और कानूनी कार्यवाही शामिल होगी। विभाग ड्रोन सर्वेक्षण और स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर अवैध खनन के हॉटस्पॉट्स की पहचान कर रहा है।
स्थानीय समुदाय का समर्थन
स्थानीय निवासियों ने इस कार्यवाही पर प्रसन्नता व्यक्त की है।खनन विभाग की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पर्यावरण और कानून की रक्षा के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। स्वारना नदी को अवैध खनन के चंगुल से बचाने की यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि प्रशासन की पैनी नजर अपराधियों को कहीं नहीं छोड़ेगी।
हमारी चौपाल का भी अपने पाठकों से अनुरोध है कि यदि आपके क्षेत्र में अवैध खनन की कोई गतिविधि दिखे, तो तुरंत स्थानीय प्रशासन या खनन विभाग को सूचित करें। आइए, अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सहयोग करें!