पौड़ी। राज्यसभा सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी के गांव नकोट में इगास पर्व पूरे धूमधाम व प्रारंपरिक तरीके से मनाया गया। हालांकि व्यस्तता के चलते अनिल बलूनी अपने गांव इगास मनाने नहीं पहुंच पाए। राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने इगास का पर्व अपने मूल गांव में मनाने की पहल करने के साथ ही उत्तराखंड प्रवासियों से भी इस संबंध में अपील की थी लेकिन इस बार अनिल बलूनी अपने गांव इगास मनाने नहीं पहुंच पाए जिससे ग्रामीण थोडे मायूस जरूर नजर आए लेकिन ग्रामीणों ने इगास का पर्व पूरे प्रारंपिक तरीके के साथ मनाया और ग्रामीणों ने देश और राज्य की सुख समृद्धि की कामना की। राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी ने साल 2018 में उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक पर्व इगास को गांव में मनाने की मुहिम शुरू की। तब बलूनी स्वयं भी अपने गांव पहुंचने वाले थे। लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते वे नहीं पहुंच सके। उनकी जगह पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा नकोट गांव पहुंचे। इसके बाद साल 2019 व 20 इस मुहिम को और अधिक धूमधाम के साथ मनाए जाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने खूब प्रचार प्रसार किया। बीते साल 2021 में अनिल बलूनी अपने गांव इगास मनाने पहुंचे थे। सरकार द्वारा भी इगास पर्व को मनाने के लिए छुटटी घोषित की गई है। राज्यसभा सांसद के गांव में इगास मनाने वालों में सांसद प्रतिनिधि संजय बलूनी, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की चाची सुलोचना देवी, दिवाकर बलूनी, शशि कुकरेती, सुबोध नौटियाल, सतीश बलूनी, ओमप्रकाश बलूनी आदि शामिल थे।
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