देहरादून(आरएनएस)। साल 2023 का आखिरी विवाह मुहूर्त आगामी 15 दिसंबर को है। 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा। इसके बाद इसके बाद विवाह की शहनाइयां सीधे नए साल 2024 में बजेंगी। नए साल में 16 जनवरी 2024 से बजनी शुरू होंगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार नए साल में विवाह के कुल 52 मुहूर्त होंगे। फरवरी में सबसे अधिक 11 दिन शादियां होंगी, सबसे कम जुलाई में होंगी। ज्योतिषाचार्य अशोक वार्ष्णेय ने बताया कि साल 2024 में 36 शुद्ध मुहूर्त और 16 आपातकालीन मुहूर्त हैं। नए साल में केवल आठ माह ही विवाह होंगे। जबकि साल 2023 में केवल सात माह विवाह हुए जिसमें कुल 54 दिन विवाह के मुहूर्त थे। 2024 में सर्वाधिक विवाह बसंत पंचमी व अक्षय तृतीया पर होंगे। अशोक वार्ष्णेय ने बताया कि 16 जनवरी से वैवाहिक कार्यक्रम शुरू होंगे, जो अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह तक सम्पन्न होंगे। इसके साथ ही 6 मई से 3 जून तक विवाह के मुख्य कारक गुरु व शुक्र दोनों के अस्त रहने के कारण कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। इसके पश्चात 16 जुलाई से 12 नवम्बर तक चातुर्मास्य रहेगा। इस कारण मांगलिक कार्य रुक जाएंगे।
आपातकालीन विवाह मुहूर्त
(बृहस्पति उदय, शुक्र अस्त की स्थिति में)
अप्रैल 28, 30
मई 1, 2, 5
जून 11, 12, 16, 19, 20, 21, 22, 23, 28, 29, 30
ये हैं शुभ मुहूर्त की तिथियां
जनवरी 16, 20, 21, 22, 30, 31
फरवरी 1, 4, 6, 14, 17, 18, 23, 24, 25, 26, 28
मार्च 2, 3, 4, 5, 6, 7, 12
अप्रैल 18, 21, 22, 23
जुलाई 11
नवम्बर 22, 23, 24, 26
दिसम्बर 5, 7, 11