देहरादून, Hamarichoupal,10,12,2022
देहरादून स्थित प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंग आउट परेड में जेंटलमैन कैडेटों का उत्साह देखते ही बना। अंतिम पग भरते ही 314 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। 11 मित्र देशों के 30 विदेशी कैडेट भी पास आउट होकर अपने देश की सेना में अफसर बने। मध्य कमान के जीओसी इन सी लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने परेड की सलामी ली। शनिवार सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड शुरू हुई। कंपनी सार्जेंट मेजर प्रियांशु त्यागी, नकुल सिंह तोमर, ओंकार, हिमाल श्रीश थापा, असीम आनंद और गौरव चौहान ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। नौ बजे एडवास कॉल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढ़ाते वामशी कृष्णा के नेतृत्व में परेड के लिए पहुंचे। परेड कमांडर पवन कुमार ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। स्वार्ड ऑफ ऑनर पवन कुमार को (गोल्ड मेडल), जगजीत सिंह को सिल्वर, एसपी लिखित को ब्रॉन्ज, बांग्लादेश मेडल अश्विन सिकधर और चीफ आर्मी स्टाफ बैनर जोजिला कंपनी को मिला। जेंटलमैन कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स को मंत्रमुग्ध किया। आईएमए बैंड, डोगरा रेजीमेंट बैंड और आर्मी बैंड की धुनों और गुनगुनाती धूप के बीच जांबाजों के एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने ने दर्शक दीर्घा में ऊर्जा का संचार किया।
आईएमए से पासआउट होकर शनिवार को 314 कैडेट भारतीय सैन्य में अफसर बने। इनमें यूपी से सबसे ज्यादा 51 जेंटलमैन कैडेट पासआउट हुए। उत्तराखंड के युवाओं ने इस बार भी बढ़त बनाई है। तीसरे नंबर पर उत्तराखंड के 29 जांबाज युवा भारतीय सेना में अफसर बने। हरियाणा 30 कैडेट के साथ दूसरे नंबर और उत्तराखंड 33 कैडेट के साथ तीसरे नंबर पर रहा। 22 जेंटलमैन कैडेट देने वाला बिहार चौथे स्थान पर और महाराष्ट्र व पंजाब (21-21) के साथ पांचवें स्थान पर रहे। पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के युवा पीढ़ी दर पीढ़ी सैन्य परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। आबादी के हिसाब से उत्तराखंड देश में 20वें स्थान पर है। ऐसे में उत्तराखंड सैन्य अफसर देने में कई बड़े राज्यों से कहीं आगे है। बिहार, राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य पीओपी में कैडेटों के संख्या के हिसाब से उत्तराखंड से पीछे हैं।
जानिए किस राज्य से कितने कैडेट: उत्तर प्रदेश 51, हरियाणा 30, उत्तराखंड 29, बिहार 24, महाराष्ट्र 21, पंजाब 21, हिमाचल प्रदेश 17, राजस्थान 16, मध्यप्रदेश 15, दिल्ली 13, केरल 10, जम्मू एंड कश्मीर 9, कर्नाटक 9, पश्चिम बंगाल 8, तमिलनाडू 7, गुजरात 5, असम 4, छत्तीसगढ़ 4, आंध्र प्रदेश 4, मिजोरम 3, मणिपुर 2, झारखंड 2, तेलंगाना 2, चंडीगढ़ 2, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, उड़िसा, त्रिपुरा, लद्दाख और नेपाल मूल (भारतीय सेना) से एक-एक कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बनेगा।
30 विदेशी कैडेट भी पास आउट: पासिंग आउट परेड में भूटान के 13, मालदीव के 3, नेपाल के 2, म्यामार का एक, श्रीलंका के चार, सुडान का एक, तजाकिस्तान के 2, तंजानिया एक, तुर्कमेनिस्तान 1, वियतनाम एक कैडेट समेत कुल 30 कैडेट पास होंगे।