शिमला, Hamarichoupal,06,07,2022
हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश अब तबाही मचाने लगी है। बुधवार को कुल्लू में बादल फटने से होम स्टे, कैंपिंग साइट बह गई। इस घटना में पांच लोग लापता हैं। बादल फटने से आई बाढ़ में 12 घोड़े और एक पैदल पुल भी बहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नदी किनारे से कैंपिंग साइट हटाने के आदेश दिए हैं। राजधानी शिमला में मलबे में दबने से एक बच्ची की मौत हो गई जबकि दो लोग घायल हुए हैं।
झाकड़ी के पास भूस्खलन से शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे पर पांच घंटे वाहनों की आवाजाही बंद रही। बुधवार शाम तक प्रदेश में 150 से अधिक सड़कें भी बाधित रहीं। भारी बारिश से बिलासपुर के झंडूता में दुकानों में मलबा चला गया। दो-तीन वाहन भी बहे हैं। कांगड़ा के कई क्षेत्रों में बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने वीरवार को येलो और शुक्रवार व शनिवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मंगलवार रात को धर्मशाला, शिमला, बिलासपुर, कुफरी और जुब्बड़हट्टी में भारी बारिश रिकॉर्ड हुई। बुधवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा।
जिला कुल्लू की पार्वती घाटी के मलाणा व चोज नाले में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। मणिकर्ण के कटागला गांव में भी बाढ़ आने से भारी नुकसान हुआ है। बुधवार सुबह 5:30 बजे बादल फटने से चोज गांव स्थित पार्वती नदी और चोज नाले के संगम स्थल पर एक होमस्टे और एक ढाबा में काम करने वाले चार लोग लापता हो गए है। पार्वती नदी पर बना पैदल पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। चोज गांव में बिजली के दो ट्रांसफार्मर, पेयजल स्कीमें, जल स्रोत, पैदल रास्ते, सात पुलियां, सड़कों सहित कई मकान, कैंपिंग साइटें बाढ़ की जद में आने से तबाह हो गई हैं।
मलाणा नाले में आई बाढ़ में एक महिला के बह जाने से मौत हो गई। मृतक की पहचान शाजी देवी (35) पत्नी सिंगाराम निवासी साराबेहड़ मलाणा के रूप में हुई है। शव हादसे से करीब 20 मीटर नीचे बरामद हुआ। मलाणा प्रोजेक्ट दो के करीब 25 कर्मचारियों ने मौके से भाग कर अपनी जान बचाई है। बाढ़ से कई ढाबा, शैड़ व घोड़े भी बहने की सूचना है। दोपहर बाद एनडीआरएफ की टीम भी राहत बचाव के कार्य के लिए चोज गांव पहुंची और स्थानीय लोगों, पुलिस व होमगार्ड के जवानों के साथ लापता लोगों की तलाश करने में जुट गई है।
मणिकर्ण की छलाल पंचायत के चोज में बादल फटने के बाद आई बाढ़ से लापता चार लोगों की पहचान रोहित निवासी सुंदरनगर मंडी, कपिल निवासी पुष्कर राजस्थान, अर्जुन निवासी बंजार तथा राहुल चौधरी निवासी धर्मशाला के रूप में हुई है। इसके अलावा खेम राज पुत्र हरि सिंह का छह कमरों का एक गेस्ट हाउस क्षतिग्रस्त, एक मछली फार्म, एक गोशाला और उसमें रखी चार गाय भी बह गई। तीन कैंपिंग साइट, हीरा लाल, पनालाल, लता देवी, पैने राम निवासी चोज के ढाबा भी नष्ट हो गए। वहीं नानक चंद पैनेराम, दुनी चंद के मकान क्षतिग्रस्त हुआ है।
भारी बारिश के चलते राजधानी शिमला के ढली क्षेत्र में भूस्खलन होने से 14 साल की किशोरी की मलबे में दबने से मौत हो गई। किशोरी करीना पुत्री सतपाल निवासी बलटाना, तहसील जीरकपुर, पंजाब की रहने वाली थी। इसके साथ तीन अन्य भी मलबे में दबने से घायल हुए हैं। घायलों में आशा (16 साल) पुत्री भगवान सिंह, इसका भाई कुलविंद्र सिंह (19 साल), मां नारंगी शामिल हैं। ये होशियारपुर के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार घटना सुबह 5:30 बजे की है। ये सभी यहां टेंट लगाकर आयुर्वेदिक दवाईयां बेचने का काम करते थे।
रात को सड़क किनारे टेंट लगाकर सोए थे कि अचानक भारी बारिश से भूस्खलन हो गया है और मलबा इनके टेंट पर गिर गया। मलबे में दबी करीना को आईजीएमसी अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन यहां डॉक्टरों ने इसे मृत घोषित कर दिया। बिलासपुर जिले में मंगलवार रात से सुबह करीब 7:00 बजे तक हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। बारिश से जिले के झंडूता विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। क्षेत्र की करीब आधा दर्जन छोटी-बड़ी सड़कें बंद हो गई। वहीं करीब 10 दुकानों में पानी घुसने से 15 लाख का नुकसान हुआ है।