Hamari Choupal,03,04,2022
संस्थान खेल परिषद (Institute Sports Council) और किआईआईटी रुड़की ने हाफ मैराथन 2022 का आयोजन किया रुड़की 175 वीं वर्षगांठ को चिह्नित करते हुए, संस्थान खेल परिषद (आईएससी) तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की) ने 3 अप्रैल, 2022 को सुबह 5:30 बजे हाफ मैराथन 2022 का आयोजन किया। इसमें आईआईटी रुड़की, BEG (बीईजी), NIH (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ), CBRI (सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट) तथा रुड़की और उसके आस-पास के चुनिंदा शैक्षणिक संस्थानों के कुल 450 एथलीटों की भागीदारी रही। इसके साथ ही महिला वर्ग के लिए हाफ-मैराथन 11 किमी (लाल बहादुर शास्त्री ग्राउंड, आईआईटी रुड़की से मेहवार ब्रिज, रुड़की के पिछले भाग तक) और पुरुषों के लिए 21 किमी (लाल बहादुर शास्त्री ग्राउंड से होती हुई आईआईटी रुड़की और कलियार ब्रिज रुड़की से मेहवार ब्रिज, रुड़की के पिछले भाग तक) थी। तीनों श्रेणियों में से प्रत्येक में शीर्ष 3 धावकों को क्रमशः 11,000 रुपये, 7,500 रुपये और 5,000 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सुबह साढ़े आठ बजे लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। प्रोफेसर मनोरंजन परिदा, उप निदेशक, आईआईटी रुड़की ने इस मैराथन को फ्लेग दिखाकर रवाना किया और फिर बाद में पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि प्रोफेसर ए.के. चतुर्वेदी, निदेशक, आईआईटी रुड़की ने शिरकत की और इसके साथ ही उन्होंने कैंपस कम्युनिटी के साथ मिलकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। आईएससी (ISC) ने आयोजन के दौरान प्रतिभागियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव उपाय किए। मैराथन मार्ग पर डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ तीन एम्बुलेंस (किसी भी हृदय संबंधी आपात स्थिति को संभालने के लिए एक सीसीयू एम्बुलेंस सहित) तैनात की गई थीं। आईएससी (ISC) ने सभी पुष्ट प्रतिभागियों के लिए एक समूह व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पॉलिसी (ग्रुप पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी) भी खरीदी। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत के चतुर्वेदी ने कहा, – “हाफ मैराथन प्रतिभागियों के बीच धीरज और सहनशक्ति का एक अलग स्तर लाता है। हाफ मैराथन की तैयारी करना और उसमें भाग लेना सम्भवतः हमारी फिटनेस को बेहतर बनाने का सबसे अच्छा तरीका है। हम इसे सर्दियों के मौसम के लिए आईआईटी रुड़की के खेल कैलेंडर का एक अभिन्न हिस्सा बनाने की योजना भी बना रहे हैं”।