29,08,2021,Hamari Choupal
उत्तरकाशी। जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है जहाँ 13 साल की मासूम नाबालिग बच्ची का दी बिहारी मजदूरों ने अपहरण कर उसका शारिरिक शोषण किया। घटना उत्तरकाशी जिले के डुंडा क्षेत्र के जुगणा मनोल गाँव की है जहाँ 13 साल की नाबालिग बच्ची जो बिहारी मजदूरों द्वारा बहला फुसलाकर घर से उठा लिया गया । बिहारी मजदूर नाबालिग को बिहार ले जाने की फिराक में थे मगर राजस्व पुलिस औऱ परिजनों ने रात भर खोजबीन कर लड़की को बरामद कर लिया। आपको बता दें कि घटना 27 अगस्त को घटित हुई। बताया गया कि दिन में लगभग 3 बजे मैनोल गांव में लड़की के परिजनों ने जब लड़की को घर पर नहीं देखा तो खोजबीन शुरू की लेकिन काफी देर तक खोजबीन के बाद जब लड़की नहीं मिली तो राजस्व चौकी में जाकर लड़की के पिता ने एफआईआर दर्ज करवाई। राजस्व उपनिरीक्षक अरविंद पंवार और जयप्रकाश शाह ने गहन खोजबीन कर लड़की को ब्रहमखाल के एक निर्माणाधीन मकान में 23 वर्षीय गुलसन कुमार बिहारी मजदूर के साथ ढूंढ निकाला। आरोपी गुलसन कुमार ने नाबालिग लड़की का यौन शोषण भी किया राजस्व पुलिस ने बताया कि इस कार्य में मजदूर का ठेकेदार भी उसका सहयोग कर रहा था। दोनो आरोपियों को राजस्व पुलिस ने हिरासत में लेकर उन पर नाबालिग के बयान और परिजनो की तहरीर पर फोक्सो एक्ट धारा 364, 354, 506, 120B आदि सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें आज अदालत में पेश किया जहां से उन्हें रिमांड पर भेजा गया। इस घटनाक्रम से क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश है और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की जा रही है। उधर स्थानीय लोगों का कहना है कि जो भी बिहारी मजदूर व फेरी वाले गांवों में आ रहे हैं उनकी जांच पूछ कोई नहीं करता पुलिस प्रशासन के पास बाहरी लोगों का कोई लेखा जोखा नहीं और जिन मकानों पर बहारी लोग रह रहे हैं वह मकान मालिक भी इसकी सूचना पुलिस को नहीं देते हैं। ऐसे मकान मालिकों के खिलाफ भी पुलिस प्रशासन को कार्यवाही करनी चाहिए नहीं तो इस प्रकार की घटनाये भविष्य में भी बढ़ सकती है।