28,08,2021,Hamari Choupal
हरिद्वार। ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट दिल्ली द्वारा सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र में पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर विवेचकों एवं अभियोजकों को महिला सुरक्षा से जुड़े विधि एवं न्यायालय संबंधी नवीनतम निर्णय, साइबर क्राइम, फॉरेंसिक विज्ञान, मनोविज्ञान आदि विषयों के संबंध में विस्तार जानकारी दी गयी। शिविर के समापन पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ जिला कारागार अधीक्षक मनोज आर्य द्वारा विवेचकों को विधिक प्रक्रिया के साथ साथ मानवीय मूल्यों को ध्यान में राझते हुए विवेचना करने तथा कारागार पुलिस ओर नागरिक पुलिस के सामंजस्य के विषय में जानकारी दी गयी। उप सेनानायक सुरजीत सिंह पंवार ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में एक इंस्पेक्टर तथा 26 उप निरीक्षकों को महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने एवं उच्चकोटि के स्तर की विवेचना कैसे की जाए के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी।
कोर्स पर्यवेक्षक पुलिस उपाधीक्षक मोहनलाल ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में जिला शासकीय अधिवक्ता (दीवानी) संजीव कौशल, सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता अभिमांशु, विशेष लोक अभियोजक मोहन पंत, विशेष लोक अभियोजक, क्लीनिकल साईकोलॉजिस्ट डा.बीना कृष्णन, सेवानिवृत इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह नेगी आदि विशषज्ञों तथा उत्तराखंड विधि विज्ञान प्रयोगशाला एवं स्पेशल टास्क फोर्स के प्रशिक्षकों ने फैकल्टी के रुप मे विशेष व्याख्यान दिए तथा विवेचकों को प्रशिक्षित किया। संस्थान के उप प्रधानाचार्य सुरजीत सिंह पंवार ने पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण पूरन सिंह रावत एवं संस्थान के प्रधानाचार्य पुलिस उपमहानिरीक्षक अरुण मोहन जोशी की ओर से अतिथि वक्ताओं का स्वागत किया और प्रशिक्षुओं को शुभकामनाएं दी। प्रशिक्षण के समापन पर सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र तथा ग्रुप फोटोग्राफ भी वितरित किये गए। समापन असर पर इंस्पेक्टर संजय चौहान, नरेश जखमोला, संजीव नेगी के साथ प्रशिक्षण स्टाफ से जुड़े सदस्य उपस्थित रहे।