27,08,2021,Hamari Choupal
नए माता-पिता के लिए पेरेंटिंग एक चुनौतीपूर्ण काम हो सकता है क्योंकि छोटे बच्चे को कैसे सुलाना चाहिए, कैसे उठाना चाहिए या कैसे नहलाना चाहिए आदि बातें उनके लिए किसी पहेली से कम नहीं होती हैं। इस वजह से उनसे अनजाने में कुछ गलतियां हो जाती हैं जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक नहीं होती। आइए आज आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताते हैं जिनसे हर माता-पिता को अपने छोटे बच्चे को सुलाते समय बचना चाहिए।
बच्चे के सोने की एक जगह तय न करना
जब छोटे बच्चे को नींद आती है तो माता-पिता उसे कहीं भी सुला देते हैं। उदाहरण के लिए, अगर माता-पिता लिविंग रूम में हैं तो वे अपने बच्चे को सोफे पर ही सुला देते हैं। इसी तरह वे उसके सोने की जगह को बार-बार बदलते रहते हैं, लेकिन यह एक बड़ी गलती है। इसके कारण बच्चा आराम महसूस नहीं कर पाता और उसकी नींद पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए माता-पिता को उसे सुलाने की एक जगह तय कर देनी चाहिए।
शोर और लाइट वाली जगह पर बच्चे को सुला देना
अगर माता-पिता नहीं चाहते कि उनके छोटे बच्चे की नींद में किसी तरह का कोई खलल पड़े तो बच्चे को ऐसी जगह पर सुलाएं, जहां शोर बिल्कुल भी न हो और लाइट कम हो। दरअसल, अगर बच्चा सो रहा हो और वह लाइट और शोर की वजह से कच्ची नींद में उठ जाए तो फिर उसे दोबारा नींद नहीं आती है। ऐसे में नींद न पूरी होने के कारण बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता है।
सुलाने के लिए किसी चीज का सहारा लेना
अक्सर माता-पिता अपने छोटे बच्चे को सुलाने के लिए किसी चीज का सहारा ले लेते हैं जो कि गलत है। दरअसल, अगर आप अपने छोटे बच्चे को सुलाने के लिए झूले या फिर लोरी का सहारा लेते हैं तो वह इनका आदी हो सकता है और आगे चलकर अगर वह आधी रात को उठ जाए तो वह इन चीजों के बगैर नहीं सो पाएगा। इसलिए छोटे बच्चों को सुलाने के लिए माता-पिता कभी-कभी ही इन चीजों का प्रयोग करें।
सोते हुए छोटे बच्चे को छेडऩा
यह सबसे बड़ी गलती है जिससे हर माता-पिता को हर हाल में बचना चाहिए। दरअसल, जब बच्चा सो जाता है तो ऐसा लगता कि घर की रौनक कहीं चली गई है। ऐसे में कई बार माता-पिता अपने सोते हुए बच्चे को प्यार से छेडऩे लगते हैं जो गलत बात होती है। ऐसा करने से बच्चा आधी नींद में उठ जाता है और चिड़चिड़ा होकर रोने लगता है, इसलिए ऐसा न करें।