01.08.2021,Hamari Choupal
रुड़की। शेरपुर में चाचा भतीजे की हत्या मामले में मृतक आश्रितों को 50-50 हजार रुपए सरकारी मदद मुख्यमंत्री राहत कोष से की गई थी इसके साथ ही रुड़की विधायक ने स्वयं 21-21 हजार रुपए की धनराशि पीड़ित परिवारों को दी थी। उक्त बात विधायक प्रदीप बत्रा ने मीडिया को जारी बयान में कही। वहीं पीड़ित परिवार की महिला ने भी इस बात पर हामी भरी है साथ ही कहा कि ढाई लाख की राशि देने का वादा तत्कालीन कैबिनेट मंत्री द्वारा किया गया था जो अब तक नही मिली है।
सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के शेरपुर गांव के चाचा भतीजे की हत्या करीब तीन वर्ष पहले बेलडी स्थित फैक्ट्री में कर दी गई थी। दोनो अपने परिवारों में अकेले कमाने वाले थे वहीं हत्या के बाद से पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पीड़ित परिवार को ढाई-ढाई लाख का मुआवजा देंने की घोषणा की थी।। परिजनों का आरोप है कि 3 साल बाद भी आजतक मुआवजा राशि नही दी गयी। मामले को लेकर लोजमो एवं अन्य संगठन लगातार भाजपा अध्यक्ष और रुड़की विधायक के खिलाफ मोर्चा ख़ोले हुए है। विधायक प्रदीप बत्रा का कहना है कि पीड़ित परिवारों को उन्होंने उसी समय 21-21 हजार रुपये दिए थे जबकि राज्य सरकार ने भी मदद के लिए 50- 50 हजार की आर्थिक सहायता दी है जिसका प्रमाण उनके पास है। आरोप लगाया कि अब कुछ लोग परिजनों को भृमित कर गलत राजनीति कर रहे है लेकिन चुनाव का समय आते ही विपक्षी राजनीति पार्टियां बिना बात मुद्दा बना रहे है।। जबकि सरकार भी पीड़ित परिवार पूरी मदद कर रही लेकिन जो लोग इसमें राजनीति कर रहे उनके मनसूबे गलत है जोकि आने वाले चुनावों में सफल नही हो सकेंगे। वही पीड़ित परिवार की महिला ने बताया कि उन्हें 70-70 हजार रुपए की राशि विधायक प्रदीप बत्रा द्वारा दी गयी थी लेकिन दो ढाई ढाई लाख रुपए देने की घोषणा की गई थी वह अब तक नहीं मिल पाएं हैं।