29.07.2021,Hamari Choupal
ऋषिकेश। लंबित मांगों के समर्थन में दो रोडवेज कर्मचारी यूनियनों से जुड़े चालक और परिचालकों ने गुरुवार से कार्य बहिष्कार किया। पहले दिन इसका असर रोडवेज बस सेवाओं पर पड़ा। ऋषिकेश से दिल्ली जाने वाली दो और दून रूट की भी दो बसें यानी कुल चार बस सेवाएं गुरुवार को स्थगित रहीं। इससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामाना करना पड़ा।
तीन साल से एक पटल पर कार्यरत कार्मिकों के पटल परिवर्तन, कार्यशाला में स्थापित डीजल पंप शुरू करने, डिपो में तथाकथित भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच समेत अन्य मांगों को लेकर उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद और उत्तराखंड रोडवेज इम्पलाइज यूनियन ने गुरुवार को रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा गठित कर कार्यबहिष्कार का ऐलान किया। संयुक्त मोर्चा के बैनर तले एकजुट हुए रोडवेज चालक और परिचालक देहरादून रोड स्थित वर्कशॉप में धरने पर बैठ गए। ऋषिकेश रोडवेज डिपो सूत्रों के मुताबिक दोनों कर्मचारी यूनियनों की शाखा में 130 लोग हैं। उनके कार्यबहिष्कार से सुबह रोडवेज बस सेवाएं प्रभावित हुई। सुबह 9 बजे और 10.30 बजे दिल्ली जाने वाली बस सेवाएं रद्द हो गई। सुबह दून रूट पर भी दो बस सेवाएं स्थगित रहीं। ऋषिकेश रोडवेज डिपो के क्षेत्रीय महाप्रबंधक पीके भारती ने बताया कि कर्मियों के कार्यबहिष्कार से मंडलीय प्रबंधक और मुख्यालय को अवगत करा दिया गया है।
रोडवेज कर्मचारियों ने किया धरना प्रदर्शन
ऋषिकेश। विभिन्न समस्याओं के समाधान को लेकर गुरुवार से कार्य बहिष्कार करने वाले रोडवेज कर्मियों ने दून रोड स्थित कार्यशाला में धरना प्रदर्शन किया। एक स्वर में लंबित मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई और रोडवेज डिपो में भ्रष्टाचार संबंधी मामलों की उच्चस्तरीय जांच को हुंकार भरी। धरना प्रदर्शन में मोर्चा संयोजक प्रदीप कुमार, अनूप बडोनी, जगदीश कुमार, विजय गोस्वामी, प्रकाश बिजल्वाण, अनिल रावत, ओमपाल मलिक, चंदन सिंह, सतीश तिवारी, बृजेश कुमार, दिगंबर सिंह, बालम सिंह, आनंद नेगी, वर्षा मैनी, प्रीति ध्यानी आदि मौजूद रहे।