नई दिल्ली ,29..07.2021,Hamari Choupal
पेगासस जासूसी मामले एवं कुछ अन्य मुद्दों पर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा गुरुवार को भी जारी रहा तथा सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच गतिरोध बना रहा। विपक्षी दलों के सदस्यों की नारेबाजी के कारण लोकसभा की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न करीब ढ़ाई बजे दिनभर के लिये स्थगित कर दी गई। जबकि विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही भी दो बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में हंमागे के बीच ही आधे घंटे तक प्रश्नकाल की कार्यवाही चली तथा सदन ने दो विधेयकों को मंजूरी भी प्रदान की। इन विधेयकों में ‘भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2021Ó तथा ‘अंतर्देशीय जलयान विधेयक, 2021Ó शामिल है। इस दौरान कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा। विपक्षी सदस्यों ने हाथों में तख्तियां ली हुई थीं, जिन पर पेगासस जासूसी मामला और तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को समाप्त करने से जुड़ी मांगें लिखी हुई थीं। इससे पहले आज सुबह बैठक शुरू होने पर कांग्रेस के कुछ सदस्यों द्वारा एक दिन पहले सदन में कागज उछालने की घटना को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक होने के कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब पांच मिनट बाद ही 11:30 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। सदन की कार्यवाही 11:30 बजे पुन: शुरू होने पर पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच प्रश्नकाल चलाया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर भी दिये। इसके बाद पीठासीन सभापति ने आवश्यक कागजात सभापटल पर रखवाये। उन्होंने सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने की अपील की लेकिन शोर-शराबा जारी रहा। शोर-शराबा थमता नहीं देख पीठासीन सभापति ने सदन की कार्यवाही 12 बजकर करीब 5 मिनट पर 12:30 बजे तक के लिये स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार की घटना को लेकर अपनी पीड़ा व्यक्त की और सदस्यों को चेतावनी दी कि अगर भविष्य में संसद की गरिमा के प्रतिकूल घटनाओं की पुनरावृत्ति की गई तो वह कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि 28 जुलाई को सदन में घटी घटना से उन्हें अत्यंत पीड़ा हुई है। आसन की ओर पर्चे और कागज फेंकना हमारी संसदीय परंपराओं के अनुरूप नहीं है। दो बजे कार्यवाही शुरू होने पर नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ‘भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक, 2021Ó को चर्चा एवं पारित करने के लिए रखा। सदन ने हंगामे के दौरान ही विधेयक को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। इसके बाद पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने अंतर्देशीय जलयान विधेयक चर्चा एवं पारित होने के लिये रखा। सदन ने बिना चर्चा के ही विधेयक को शोर-शराबे के बीच ही ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। इसके बाद पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिये स्थगित कर दी।
कैसे बचेगा लोकतंत्र : बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामा करते सांसदों से कहा कि हम संसद की गरिमा का ध्यान नहीं रखेंगे तब संसदीय लोकतंत्र कैसे बचेगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहता है कि सदस्यों को बात रखने का पर्याप्त समय और अवसर दें तथा उनका सम्मान हो। लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से पूछा कि क्या आप कल की घटना को संसद की गरिमा के अनुरूप मानते हैं, क्या आप इसे न्यायोचित मानते हैं बिरला ने कहा कि संसद की गरिमा को बनाये रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है क्योंकि आप (सांसद) एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक संस्था हैं और लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि आसन के प्रति कल कुछ सदस्यों का आचरण अनुचित था। सदस्य अपने आचरण एवं मर्यादाओं का ध्यान रखें। इस दौरान लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि सरकार अपनी जिद पर अड़ी है और विपक्ष को अपनी बात नहीं रखने दे रही है।
राज्यसभा में बरपा विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित
राज्यसभा में सरकार और विपक्ष के बीच बना गतिरोध बृहस्पतिवार को भी जारी रहा और विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। हालांकि हंगामे के बीच ही संक्षिप्त चर्चा के बाद फेक्टर विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2021 पारित किया गया और नारियल विकास बोर्ड (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया गया। दूसरी बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, उपसभापति हरिवंश ने फेक्टर विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम पुकारा। वित्त मंत्री ने अभी उन्होंने विधेयक को चर्चा के लिए पेश किया भी नहीं था कि एक बार फिर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और वामपंथी दलों सहित अन्य विपक्षी दलों के सदस्य सभापति के आसन के निकट पहुंच गए और नारेबाजी आरंभ कर दी। हंगामे के बीच ही विधेयक पेश करते हुए सीतारमन ने कहा कि यह विधेयक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को लाभ मिलेगा। उन्होंने सदस्यों से इस विधेयक को पारित करने का आग्रह किया। सदन में हंगामा जारी रहने की वजह से चर्चा में हिस्सा लेने वाले कुछ सदस्यों ने विधेयक पर अपने वक्तव्य को सदन के पटल पर रख दिया। भारतीय जनता पार्टी के शिवप्रताप शुक्ल, तेलंगाना राष्ट्र समिति के के आर सुरेश रेड्डी, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के एम थंबी दुरई और वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य के रवींद्र कुमार ने विधेयक का समर्थन किया। हंगामे के बीच ही सीतारमन ने इस संक्षिप्त चर्चा का जवाब दिया और महज 14 मिनट के भीतर विधेयक को ध्वनि मत से पारित किया गया। इस विधेयक के पारित होने के तत्काल बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नारियल विकास बोर्ड (संशोधन) विधेयक, 2021 पेश किया। हालांकि इस दौरान सदन में हंगामा जारी रहा, उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।