नई दिल्ली,03.0.2021,Hamari Choupal
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश की एक बड़ी आबादी और डिजिटल डाटा के तकनीकी कौशल के तालमेल से अपार संभावनाएं पैदा हुई हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह दशक भारत का ‘टेकेडÓ अर्थात तकनीक का दशक होगा। डिजिटल इंडिया के छह वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एक डाटा पावरहाउस होने के नाते भारत अपनी जिम्मेदारियों से पूरी तरह वाकिफ है और डाटा संरक्षण के सभी पहलुओं पर काम चल रहा है।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये डिजिटल इंडिया योजना के कई लाभार्थियों के साथ बात की। उन्होंने कहा, डाटा और जनसांख्यिकीय लाभांश ने भारत के लिए अपार अवसर पैदा किए हैं। आज का दिन भारत के सामर्थ्य, संकल्प और भविष्य की असीम संभावनाओं को समर्पित है। यह दशक डिजिटल प्रौद्योगिकी में भारत की क्षमताओं को वैश्विक डिजिटल इकॉनोमी में देश की हिस्सेदारी को बढ़ाने वाला है। इस दौरान उन्होंने दीक्षा, ईनाम, टेलीमेडिसिन के लिए ई-संजीवनी, डिजीबुनाई एवं पीएम स्वनिधि योजना का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 6-7 सालों में डिजिटल इंडिया के जरिये विभिन्न योजनाओं के जरिये लाभार्थियों के खातों में करीब 17 लाख करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान आरोग्य सेतु और कोविन एप किस तरह मददगार साबित हुए।
मोदी से साझा किया दीक्षा एप का लाभ
प्रधानमंत्री से संवाद के दौरान बलरामपुर उत्तर प्रदेश की पांचवीं कक्षा की सुहानी साहू ने दीक्षा एप के बारे में अपना अनुभव साझा किया। साहू ने पीएम मोदी को बताया कि उसे दीक्षा एप से कैसे अपनी पढ़ाई जारी रखने में मदद मिली।
10 करोड़ किसानों के खातों में सीधे पहुंचे 1.35 करोड़
पीएम मोदी ने कहा कि देश के किसान भी अब डिजिटल लेनदेन में आगे बढ़ रहे हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 1 लाख 35 करोड़ रुपये सीधे बैंक अकाउंट में जमा किए गए। डिजिटल इंडिया ने वन नेशन, वन एमएसपी की भावना को भी साकार किया है।