0- पीएम ने की अयोध्या से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा
0- राम मंदिर निर्माण से पहले परियोजनाओं को पूरा करने का दिया निर्देश
0- कहा – नई अयोध्या में दिखे इसकी आध्यात्मिक और उदात्त पहचान
नई दिल्ली ,26.06.2021,Hamari Choupal
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या से विकास से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा में भावी अयोध्या से जुड़ी प्रस्तुति (विजन डॉक्यूमेंट) देखने के बाद पीएम ने अपनी ओर से कई सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि भावी अयोध्या भगवान राम की तरह बननी चाहिए। ऐसी अयोध्या जिसमें भगवान राम की तरह पूरे भारत को आत्मसात कर लेने की क्षमता की जिससे आने वाली पीढिय़ों में अपने जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या जाने की इच्छा अनिवार्य रूप से जागृत हो। पीएम ने राम मंदिर निर्माण से पहले सभी परियोजनाओं को पूरा करने का निर्देश दिया।
इस दौरान पीएम ने याद दिलाया कि अयोध्या ऐसा शहर है जो सभी भारतीयों की चेतना में अंकित है। ऐसे में नया शहर ऐसा बने जिसमें हमारी सर्वोत्तम परंपराओं और विकास से जुड़े सर्वोत्तम परिवर्तनों की स्पष्टï झलक दिखाई दे। उन्होंने कहा कि नए शहर के निर्माण से पहले हमें समझना होगा कि अयोध्या आध्यात्मिक और उदात्त दोनोंं है। शहर के भविष्य का बुनियादी ढांचा इस शहर के मानव लोकाचार से मेल खाने वाला होना चाहिए। ऐसा निर्माण पर्यटकों, तीर्थयात्रियों, अध्यात्म से जुड़े लोगों के सहित हर वर्ग को लाभ देगा।
सांस्कृतिक जीवंतता का रखें ध्यान
इस दौरान पीएम ने अयोध्या की प्राचीन सांस्कृतिक पहचान की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि अयोध्या में तेज गति से विकास होना चाहिए। जिन परियोजनाओं को मंजूरी मिली है, उसे तेज गति से पूरा किया जाना चाहिए। इन परियोजनाओं को हर हाल में राम मंदिर बनने से पहले पूरा कर लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अयोध्या की पहचान का जश्न मनाएं, मगर नवोन्वेषी तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को जीवित रखें।
स्वस्थ जनभागीदारी भी हो सुनिश्चित
पीएम ने कहा कि विकास कार्यों और निर्माण कार्यों में स्वस्थ जनभागीदारी की भावना भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान राम के काल में स्वस्थ जनभागीदारी की भावना कई बार दिखाई दी है। उन्होंने कहा कि देश के युवा कौशल के मामले में प्रतिभा से पूर्ण हैं। विकाय कार्यों में ऐसे युवाओं के कौशल का लाभ उठाया जाना चाहिए।
पीएम के निर्देशों के अनुरूप बनेगी अयोध्या
बैठक में अधिकारियोंं की ओर से परियोजनों के संदर्भ में एक प्रस्तुति दी गई। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि अयोध्या को वैश्विक पर्यटन हब, आध्यात्मिक केंद्र और स्थाई स्मार्ट सिटी के रूप मेंं विकसित करने की परिकल्पना है। बैठक में राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा, मंत्रियों में सुरेश खन्ना, आशुतोष टंडन, नीलकंठ तिवारी, महेंद्र सिंह, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, राज्य के मुख्य सचिव, पर्यटन सचिव आदि मौजूद रहे।