हरिद्वार,20.06.2021,Hamari Choupal
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि शांतिकुंज की स्थापना के स्वर्ण जयंती के मौके पर डाक टिकट जारी होना सनातन संस्कृति को बढ़ावा देना है। सीएम ने कहा कि यह श्रीराम शर्मा आचार्य के प्रति हमारा सम्मान है। सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास को बढाने में शांतिकुंज द्वारा किया जा रहा सेवा कार्य सराहनीय है। कहा कि आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार, घर-घर यज्ञ घर-घर संस्कार जैसे विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जन सामान्य तक सनातन संस्कृति को पहुंचाने कार्य प्रशंसनीय है। रविवार को शांतिकुंज की स्थापना के स्वर्ण जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत देसंविवि पहुंचे। यहां उन्होंने मंचासीन अतिथियों के साथ डाक टिकट का अनावरण किया। गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. पण्ड्या ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया।
हरिद्वार स्थित विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक संस्थान शांतिकुंज स्थापना की स्वर्ण जयंती वर्ष के मौके में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित एक सादा कार्यक्रम में भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा पांच रुपये के डाक टिकट का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि यह वर्ष शांतिकुंज स्थापना का 50 वां वर्ष है। इस अवसर पर डाक टिकट का विमोचन होना शांतिकुंज के सृजनात्मक एवं रचनात्मक कार्यों पर सरकार की मोहर लगना जैसा है। उन्होंने कहा कि शांतिकुंज राजनैतिक पार्टी विशेष से ऊपर उठकर कार्य करने में विश्वास रखता है। विमोचन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में वर्चुअल जुडे केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य ने आजादी के समय में आध्यात्मिक चेतना को जगाने की दिशा में जबरदस्त काम किया है। साथ ही उन्होंने अध्यात्म और विज्ञान के बीच प्रशंसनीय कार्य किया है। इससे पूर्व देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत किये। इस दौरान गायत्री परिवार की संरक्षिका शैलदीदी, कुलपति शरद पारधी, कुलसचिव बलदाउ देवांगन, डाक विभाग के निदेशक सुनील पाल, जिलाधिकारी सी रविशंकर, एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस आदि शामिल हैं।